Friday, January 29, 2021
कक्षा - चौथी
Thursday, January 28, 2021
कक्षा - तीसरी कार्य पत्रिका
Tuesday, January 26, 2021
कक्षा - छठी
Thursday, January 21, 2021
कक्षा - सातवीं
1) महात्मा मुंशी राम ने स्वामी दयानंद के दर्शन पहले पहल कहां किए?
2) महात्मा मुंशीराम का पूरा नाम क्या था?
3) महात्मा मुंशीराम गुरुकुल कांगड़ी के कितने वर्ष तक मुख्याधिष्ठाता रहे?
4) महात्मा हंसराज का जन्म कहां हुआ?
5) महात्मा हंसराज के बड़े पुत्र का क्या नाम था?
6) महात्मा हंसराज कितने वर्षों तक डी.ए.वी.संस्था का आचार्य पद सँभाल?
7) महात्मा हंसराज के बड़े भाई का क्या नाम था?
8) महात्मा हंसराज की मृत्यु कहां हुई?
9) 'दर्शनानंद ग्रंथ संग्रह' किसकी रचनाओं का संग्रह है?
10) स्वामी दर्शनानंद का साहित्य किस नाम से प्रकाशित हुआ?
11) नेतराम किसके बचपन का नाम था?
12) भारत के कितने नाम है?
13) भारत का मुकुट किसे माना गया है?
14) भारत का चरण सेवक किसे कहा गया है?
15) भारत का वृक्षथल किसे कहा गया है?
16) सिंध पर आक्रमण करते समय मोहम्मद बिन कासिम की आयु क्या थी?
17) सिंध का राजा कौन था?
18) सिंध के राजा के तहखाने में कितना सोना रखा हुआ था?
19) गणतंत्र दिवस कब बनाया जाता है?
20) स्वतंत्रता दिवस कब बनाया जाता है?
ख) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो-चार वाक्यों में दें।
1) महात्मा हंसराज के किन्हीं दो सहपाठियों का नाम लिखें।
2) महात्मा हंसराज का बड़ा पुत्र का क्या नाम था? उसे क्यों गिरफ्तार किया गया था?
3) महात्मा हंसराज के बड़े भाई का क्या नाम था उन्होंने महात्मा हंसराज की सहायता कैसे की?
4) महात्मा हंसराज का जन्म और मृत्यु कहा हुई?
5) स्वामी दयानंद के व्याख्यानोंं का कृपाराम पर क्या प्रभाव पड़ा?
6) स्वामी दयानंद का निर्वाण होने पर दर्शनानंद ने ऋषि ऋण चुकाने के लिए क्या किया?
7) स्वामी दर्शनानंद के बचपन के दो नाम लिखें।
8) स्वामी दयानंद के दर्शनों का लेखराम पर क्या प्रभाव पड़ा?
9) राष्ट्र किसे कहते हैं? सच्चा राष्ट्रभक्त कौन है?
10) संस्कृति और इतिहास में क्या अंतर है?
11) हमारे देश के कोई चार नाम बताएं।
12) हितभुक् का क्या अर्थ है?
13) मितभुक् न होने का क्या परिणाम हो सकता है?
14) पाप का अंत खाने का क्या परिणाम हो सकता है?
15) चरक मुनि ने पक्षी बनकर 'कोऽरुक' का प्रश्न वैद्यों से क्यों किया?
16) सिंध के राजा की विजय को पराजय में बदलने का पुजारी ने क्या उपाय बताया?
17) पर्वत द्वारा रास्ता रोके जाने पर दयानंद के सैनिक क्या करेंगे?
18) धर्म पर जान लुटाने वाले किन्हीं दो के नाम बताओ।
19) मुंंशीराम द्वारा निकाले गए कोई दो पत्रों के नाम लिखें।
20) जोड़े बनाए।
क) कमलफूल, ज्योति, चुंबक, चकोर मीन।
ख) चांद, पतंगा, जल, लोहा, भौंरा।
ग) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर पांच वाक्य में दें।
1) स्वामी श्रद्धानंद ने कांग्रेस से संबंध क्यों तोड़ा?
2) महात्मा मुंशीराम की हिंदी भक्ति किन कार्यों से प्रकट होती है?
3) वकालत के साथ-साथ मुंशी राम आर्य समाज की किन-किन कामों में लगे रहते थे?
4) मुसलमानों और ईसाइयों आदि के शास्त्रार्थ करने की इन्हें ( स्वामी दर्शनानंद ) बड़ी धुन थी। इस बात का पता कैसे चलता है?
5) पंडित लेखराम ने अपने वेदांती मित्र दामोदरदास को 'सब कुछ ब्रह्म है।' इस तर्क का कैसे उत्तर दिया?
6) भारत देश का नाम आर्यवर्त्त क्यों?
7) आर्यवर्त्त, भारतवर्ष और हिंदुस्तान यह नाम इस देश की किन-किन वस्तुओं का प्रतिनिधित्व करते हैं?
8) रोगी न होने के लिए भोजन में किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
9) पुरुष के रूप मे भारत का वर्णन करे।
10) मोहम्मद वारिस ने राजा की आज्ञा का उल्लंघन क्यों किया?
घ) निम्नलिखित तिथियों के पर्व लिखें और पर्वों की तिथियां लिखें।
1) श्रावण पूर्णिमा
2) फागुन पूर्णिमा
3) कार्तिक पूर्णिमा
4) आषाढ़ पूर्णिमा
5) कार्तिक अमावस्या
6) चैत्र शुक्ला नवमी
7) गांधी जन्यती
8) श्रद्धानन्द बलिदान दिवस
9) भगत सिंह बलिदान दिवस
10) महात्मा हंसराज जयंती
ङ) गायत्री मंत्र और उसका अर्थ लिखें।
च) कोई पांच अनमोल वचन लिखें।
छ) कोई पांच आर्य समाज के नियम लिखें।
Saturday, January 16, 2021
कक्षा - आठवीं प्रश्न कुंंजी (मार्च 2018)
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में दें प्रत्येक प्रश्न का सही उत्तर देने पर एक अंक प्रदान किया जाएगा।
Thursday, January 7, 2021
कक्षा - आठवीं प्रश्नकुंजी
Monday, January 4, 2021
कक्षा - आठवीं प्रश्नकुंजी
1 वाणी पवित्र कैसे आती है?
2 वसुधा का अर्थ लिखें।
3 मनुष्य किस में स्वतंत्र है?
4 'सदय' शब्द का अर्थ बताएं।
5 योग के कितने अंग है?
6 आश्रम कितने हैं?
7 मनुष्य की औसत आयु कितनी मानी गई है?
8 आर्य समाज के कितने नियम है?
9 'प्रेम के प्रयोगी' का क्या अर्थ है?
10 डी.ए.वी. से महात्मा हंसराज का क्या संबंध है?
11 मेहरचंद महाजन के पिता का क्या नाम था?
12 आर्य समाज किस की भलाई चाहता है?
13 भक्तों के होश में आने का क्या उपाय है?
14 'सुंंजला' का अर्थ बताएं।
15 मेहरचंद महाजन की धाय मां का क्या नाम था?
16 वेद ज्ञान घर-घर भर जाने का क्या लाभ होगा?
17 देव यज्ञ का अर्थ बताएं।
18 अभिवादनशील को किन चार वस्तु की प्राप्ति होती है?
19 चार कर्म कौन से हैं?
20 धन की शुद्धि से क्या अभिप्राय है?
21 तप का क्या अभिप्राय है
22 द्विज कब बनते हैं?
23 ज्ञान पाने के लिए क्या जरूरी है?
24 वानप्रस्थी के चार कर्तव्य लिखें।
25 मेहरचंद महाजन ने कश्मीर के प्रधानमंत्री बनकर कौन से दो महत्वपूर्ण कार्य किए।
26 ओ३म की कोई तीन महिमा लिखें।
27 ओ३म नाम ईश्वर का निज नाम है। कैसे?
28 आर्य समाज का सातवां और नौवां नियम लिखें।
29 गीता के प्रथम श्लोक में क्या उपदेश दिया गया है?
30 शिक्षा का क्या अभिप्राय है?
31 गायत्री जप के समय कैसी भावना होनी चाहिए।
अथवा
गायत्री जप किस समय करना चाहिए? महात्मा गांधी का गायत्री जप के विषय में क्या कहना है?
32 संस्कृत का अध्ययन क्यों करना चाहिए?
अथवा
संस्कृत का महत्व बताइए।
33 गुरु गोविंद सिंह ने हिंदी के लिए क्या किया?
अथवा
महात्मा गांधी ने देश के आज़ाद होने पर बी.बी.सी. को संदेश प्रसारित करने के लिए क्यों मना कर दिया।
34 यम कितने हैं? उनके नाम लिखकर अर्थ बताइए।
अथवा
अस्तेय और अपरिग्रह में क्या संबंध है?
35 स्वामी दयानंद ने सत्यार्थ प्रकाश की रचना क्यों की?
अथवा
एक अच्छे राजा के गुण बताइए।
उत्तर कुंजी
1 ओ३म् से।
2 धरती।
3 कर्म में।
4 सदा।
5 आठ।
6 चार।
7 100 वर्ष।
8 दस।
9 ईश्वर का भक्त।
10 त्याग का।
11 बृजलाल।
12 सबकी।
13 ज्ञान की प्राप्ति।
14 पवित्र जल वाली, सुंदर जल वाली।
15 माता रंगटू।
16 सुभग शांति मिलेगी और अविद्या का अंधकार मिट जाएगा।
17 अग्निहोत्री, विद्वानों का संग, सेवा, पवित्र द्विय गुणों का धारण, दान, विद्या की उन्नति करना देवयज्ञ है।
18 आयु, यश, बल, विद्या।
19 नित्य कर्म, नैमित्तिक कर्म, काम्य कर्म, निषिद्ध कर्म।
20 हमारी कमाई ईमानदारी की हो, ठगी, चोरी, लूटपाट शोषण की न हो। खून पसीने की हो।
21 जीवन में अपने उद्देश्य को पूरा करने के लिए धैर्य और प्रसन्नता से सुख-दु:ख, भूख-प्यास, सर्दी-गर्मी, इनको सहन करना तप है। व्यक्ति को चाहिए कि वह कर्तव्य का पालन करता रहे - सुख आए या दुख, गर्मी हो या सर्दी, मान हो या अपमान, कष्ट-क्लेश हो या आराम, इन सब को प्रसन्नता से सहन करते हुए अपने लक्ष्य की ओर बढ़ जाए।
22 संस्कार और विद्या से।
23 तपस्य और साधना।
24 धार्मिक पुस्तकों का अध्ययन, विद्या धन दूसरों में बांटना, यज्ञ आदि से प्रभु की उपासना, योगाभ्यास।
25 भारत और कश्मीर को जोड़ने वाली सड़कों का निर्माण करवाया रेडियो स्टेशन की स्थापना की।
26 i) वाणी में पवित्रता आती है।
ii) मनुष्य की सभी शुभकामनाएं पूर्ण होती हैं।
iii) यह जगत का अनुपम आधार है।
27 सारे शास्त्रों ने ओ३म् को ही ईश्वर का निज नाम बताया है। तांत्रिक मंत्र भी तब तक पूर्ण नहीं होती जब तक उनके आदि में ओ३म का उच्चारण न हो। श्री गुरु नानक देव जी ने भी कहा है
'एक ओंकार सतनाम'
अर्थात् ओ३म् और ओंंकार का तात्पर्य पर एक ही है।
उपनिषद में भी कहा गया है
ओंकार एवेंद सर्वम
अर्थात सब कुछ ओ३म् है।
अंतःकरण भी ओ३म् का नाद सुनाता है। महर्षि दयानंद ने भी कहा है
'ओम ईश्वर का सर्वोत्तम नाम है।'
28 सबसे प्रीतिपूर्वक, धर्मानुसार, यथायोग्य वर्तन चाहिए।
प्रत्येक को केवल अपनी उन्नति में संतुष्ट नहीं रहना चाहिए अपितु सबकी उन्नति में अपनी उन्नति समझनी चाहिए।
29 गीता के प्रथम श्लोक में श्री कृष्ण अर्जुन से कहते हैं कि तुम्हारा अधिकार कर्म में है फल में नहीं। आप कर्मों के फल की वासना वाले मत बनो, आपकी प्रीति केवल कर्म करने से हो।
30 शिक्षा समाज का आईना है। शिक्षा जन-जागृति और समाज सेवा का संदेश देती है। हमारे जीवन मूल्यों की रक्षा करती है। देश की नैतिक, चारित्रिक, संस्कृतिक डोर को भी शक्ति से थामे रखती है। व्यक्ति के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण योगदान देती है।
31 गायत्री मंत्र का जप करते समय उपासक को अपने अंदर यह भाव रखनी चाहिए कि सर्वशक्तिमान, सत्यस्वरूप, शक्ति के आदि स्त्रोत आनंदमय भगवान के ध्यान से मुझे आनंद, ज्ञान, शक्ति, शांति, सत्य आदि की प्राप्ति हो रही है। और तेज के सामर्थ्य से मेरे अज्ञान , दुःख, रोग, भय, चिंता, शोक आदि दूर हो रहे हैं, ऐसी भावना से किया गया गायत्री जप अद्भुत, शक्ति, शांति, ज्योति और आनंद देने वाला होता है।
अथवा
गायत्री का जप प्रातः स्नान करने के पश्चात तथा रात्रि को सोने से पूर्व करना अधिक उपयोगी है। गांधीजी के अनुसार गायत्री मंत्र का स्थिरचित्त और शांत हृदय से किया गया जप आपत्तिकाल के संकटों को दूर करने का सामर्थ्य रखता है और आत्मोन्नति के लिए उपयोगी है।
32 संस्कृत जाने वालों को विश्वभर की, विशेषताः भारत की किसी भी भाषा को सीखने में, दूसरों की अपेक्षा कम समय लगता है। इसके व्याकरण और अनुवाद का शिक्षण बुद्धि को वह दिशा प्रदान करता है जिससे छात्र का गणित तथा विज्ञान के विषय में प्रवेश सुगम हो जाता है।
अथवा
हमारा प्राचीनतम साहित्य संस्कृत में लिखा गया है। संस्कृत भाषा देववाणी और सुरभारती भी कहलाती है। संसार की समस्त परिष्कृत भाषाओं में संस्कृत ही प्राचीनतम भाषा है। संस्कृत बोलने और लिखने वालों ने ही संस्कृति और सभ्यता का निर्माण किया है। भारत की आधुनिक भाषाएं संस्कृत से ही निकली है।
33 गुरु गोविंद सिंह सारे देश की स्वतंत्रता एवं अखंडता का सपना संजोए हुए थे। इस निमित्त शिवाजी के पुत्र संभाजी से मिलने दक्षिण गए थे। गुरुजी ने खालसा पंथ में दीक्षित होने वाले अपने अनुयायियों को जो जय घोष प्रदान किया वह सारे देश के विचार से हिंदी में था और आज भी हिंदी में ही बोला जाता है
" वाहे गुरु जी का खालसा, वाहे गुरु जी की फतेह"
गुरु जी का दशम ग्रंथ भी हिंदी में ही लिखा है।
अथवा
देश के आज़ाद होने पर बी.बी.सी. लंदन के अधिकारी गांधी जी से ऐसा संदेश लेने के लिए पहुंचे थे जिसे वे रेडियो पर सुना सके। उन दिनों तक बी.बी.सी. से हिंदी प्रसारण नहीं होते थे। इसीलिए गांधी जी ने संदेश देने से मना कर दिया और कहा कि दुनिया भूल जाए कि गांधी अंग्रेजी जानता है।
34 यम पाँच है -
1 अहिंसा - किसी प्राणी को मन, वचन, कर्म से दुःख न देना।
2 सत्य - सदा सच्चाई के मार्ग पर चलना, प्रिय तथा हितकारक सत्य बोलना।
3 अस्तेय - चोरी न करना।
4 ब्रह्मचर्य - परमात्मा में ध्यान रखना।
5 अपरिग्रह - आवश्यकता से अधिक जमा न करना।
अथवा
स्तेय का अर्थ चोरी करना है और अस्तेय का अर्थ चोरी न करना। दूसरों की वस्तु हमसे बिना पूछे या उसका मूल दिए बिना लेना अस्तेय है। अपरिग्रह का अर्थ चोरी अथवा गलत ढंग से धन का संग्रह न करना है। यदि हम सुख और शांति चाहते हैं तो हमें आवश्यक वस्तुओं का संग्रह नहीं करना चाहिए। क्योंकि अनावश्यक आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए चोरी (स्तेय) आदि का सहारा लेना पड़ता है जोकि समाज के लिए दुःखदायी है। इसी प्रकार अस्तेय की भावना को मजबूत करने के लिए अपरिग्रह की भावना का होना आवश्यक है।
35 स्वामी दयानंद ने सत्यार्थ प्रकाश की रचना का मुख्य प्रयोजन सत्य-सत्य के अर्थ का प्रकाश करना। उन्होंने विश्व सेअज्ञान, अधर्म, असत्य को मिटाने के उद्देश्य को समक्ष रखा। परंतु उनका मुख्य उद्देश्य दूसरों को चोट पहुंचाना नहीं था। वह तो सत्य और असत्य की विवेचना करने करके सबका सत्य और ज्ञान से परिचय कराना चाहते थे।
अथवा
राजा का जीवन आदर्श होना चाहिए। उसमें कोई भी बुराई या दुर्गुण नहीं होना चाहिए। राजा को प्रजा के साथ पूरा न्याय करना चाहिए तथा न्याय करते समय पक्षपात नहीं करना चाहिए। अपराधी को कड़े से कड़ा दंड मिलना चाहिए। राज, शासन और दंड तीनों एक साथ रहते हैं।