पाठ - 9
Thursday, July 30, 2020
कक्षा - पांचवीं पाठ - 9
पाठ - 9
कक्षा - आठवीं पाठ- 9
पाठ - 9
ड़ी.ए.वी. गान
Wednesday, July 29, 2020
कक्षा - चौथी पाठ - 9
पाठ - 9
प्रश्न 1- स्वामी दयानंद से पहले कैसी रात थी?
उत्तर 1- अज्ञान की रात थी।
प्रश्न 2- इस रात के अंधेरे को दूर करने के लिए स्वामी दयानंद ने क्या किया?
उत्तर 2- ज्ञान की ज्योति जलाई।
प्रश्न 3- पाखंड की मंडी में हलचल क्यों मच गई?
उत्तर 3- क्योंकि स्वामी दयानंद ने सच्ची रीति चलाई थी।
प्रश्न 4- दयानंद ने गुरु की आज्ञा कैसे निभाए?
उत्तर 4- वेद ज्ञान सबको देकर।
कक्षा - तीसरी पाठ - 9
पाठ - 9
1 हम महात्मा गांधी को _________ कहते हैं। {बापू}
2 जयप्रकाश _________ कहलाते थे। {लोकनायक}
3 परसोत्तम दास टंडन ___________माने जाते थे। {राजर्षि}
4 नेताजी नाम से _________ समझा जाता है। {सुभाषचंद्र बोस}
5 _________ एक सम्मानित उपाधि है। {अवतार}
6 श्री कृष्ण की माता का नाम _________ था। {देवकी}
7 श्री कृष्ण का पालन माता __________ने किया। {यशोदा}
8 श्री कृष्ण ने __________ का उपदेश अर्जुन को दिया। {गीता}
कक्षा - सातवीं पाठ - 9
पाठ - 9
प्रश्न 1- योग के आठ अंगों के नाम बताओ।
उत्तर 1- योग के अंग निम्नलिखित हैं :-
1 यम
2 नियम
3 आसन
4 प्राणायाम
5 प्रत्याहार
6 धारणा
7 ध्यान
8 समाधि
प्रश्न 2- पांचो यमो के नाम उल्लेख करके किसी एक यम का अर्थ बताओ।
उत्तर 2- पांच यम निम्नलिखित है :-
1 अहिंसा
2 सत्य
3 अस्तेय
4 ब्रह्मचर्य
5 अपरिग्रह
1 अहिंसा - किसी प्राणी को मन, वचन, कर्म से दुख न देना।
2 सत्य - सदा सच्चाई के मार्ग को अपनाना प्रिय तथा हितकारक सत्य बोलना।
प्रश्न 3- पांचों नियमों का नाम बताकर शौच का अर्थ बताओ।
उत्तर 3- पांच नियम निम्नलिखित है :-
1 शौच
2 संतोष
3 तप
4 स्वाध्याय
5 ईश्वर प्रणिधान
1 शौच - बाहर और भीतर से अपने आपको स्वच्छ पवित्र ईमानदार रखना।
2 संतोष - हर समय, हर दशा में अपने परिणाम से जो कुछ भी मिला है उसे स्वीकार करके प्रसन्न रहना।
प्रश्न 4- प्रत्याहार का स्वरूप बताओ।
उत्तर 4- कान, त्वचा, आंख, रसना (जिव्हा) और नाक इन इंद्रियों को बाहर से हटाकर अंदर ध्यान को आत्मा की ओर ले जाना ही प्रत्याहार है। जैसे कि कछुआ अपने अंगों को अपने खोल में समेट लेता है ऐसे ही अपनी इंद्रिय शक्ति का संचय करना।
प्रश्न 5- धारणा और ध्यान का अंतर बताओ।
उत्तर 5- धारण - शरीर के किसी एक स्थान पर मन को केंद्रित करना धारणा है। इससे चित्त एकाग्र होकर स्मरण और चिंतन शक्ति बढ़ती है।
ध्यान - पांचों इंद्रियों के विषयों से मन को अलग कर लेना और एक ही विषय (केंद्रबिंदु) पर लगाना ध्यान है।
कक्षा - छठी पाठ - 9
Monday, July 13, 2020
कक्षा - तीसरी पाठ - 8
पाठ - 8
श्री राम
प्रश्न 1- श्री राम के पिता का क्या नाम था?
उत्तर 1- राजा दशरथ।
प्रश्न 2- श्री राम की पत्नी का क्या नाम था?
उत्तर 2- सीता।
प्रश्न 3- राजा दशरथ की मृत्यु कैसे हुई?
उत्तर 3- पुत्र वियोग के कारण।
प्रश्न 4- श्री राम कितने वर्ष के लिए वन गए?
उत्तर 4- 14 वर्ष।
प्रश्न 5- सीता का हरण किसने किया?
उत्तर 5- रावण ने।
प्रश्न 6- रामायण की रचना किसने की?
उत्तर 6- महर्षि वाल्मीकि।
प्रश्न 7- रामराज्य अच्छा क्यों माना जाता है?
उत्तर 7- क्योंकि राम राज्य में सारी प्रजा सुखी थी।
प्रश्न 8- राजा दशरथ के चारों पुत्रों का नाम लिखें।
उत्तर 8- राम लक्ष्मण भरत और शत्रुघ्न।
खाली स्थान भरे।
1 राजा दशरथ की _________ रानियां थी। (तीन)
2 हनुमान श्री राम का महान् _________ माना जाता है। (सेवक)
3 सीता का हरण ________ ने किया। (रावण)
4 कैकेयी के बेटे का नाम __________था। (भरत)
कक्षा - पांचवीं पाठ - 8
पाठ- - 8
बड़े घर का गायक
कक्षा - आठवीं पाठ - 8
बलि वैश्वदेव यज्ञ - समस्त प्राणियों के कल्याण के लिए प्रयास करना, दान देना।सबके लिए प्रार्थना करना, स्वयं भोजन करने से पूर्व यज्ञ की अग्नि में या रसोई की चूल्हे में नमकीन वस्तुओं को छोड़कर मीठे मिली वस्तुएं अन्न को उन सब प्राणियों के लिए आहुति देना जो इस विशाल संसार में रहते हैं। चींटियों को आटा चिड़ियों को चोदा पानी आदि लेकर सुखी बनाने का प्रयत्न भी इसी यज्ञ में के अंतर्गत आता है।
कक्षा - चौथी पाठ - 8
पाठ -8
प्रश्न 1- 'ज़माने के रंग में रंग जाने वाले' और 'ज़माने पर अपना रंग चढ़ाने वाले' इनमें से महान पुरुष कौन है?
उत्तर 1- ज़माने पर अपना रंग चढ़ाने वाले।
प्रश्न 2- स्वामी दयानंद के बचपन का क्या नाम था?
उत्तर 2- मूलशंकर।
प्रश्न 3- टंकारा इतिहास में किस लिए प्रसिद्ध है?
उत्तर 3- स्वामी दयानंद का जन्म स्थान होने के कारण।
प्रश्न 4- मूलशंकर मंदिर में जाकर किस मंत्र का जाप किया करते थे?
उत्तर 4- ॐ नमः शिवाय।
प्रश्न 5- शिवरात्रि का व्रत रखते समय मूलशंकर की उम्र क्या थी?
उत्तर 5- 11 वर्ष।
प्रश्न 6- पिता के समान क्या अर्पित करते हुए मूल शंकर ने शिव पूजन किया?
उत्तर 6- पूजन सामग्री।
प्रश्न 7- मंदिर में मूलशंकर जागते रहे या सो गए? क्यों?
उत्तर 7- मंदिर में मूलशंकर जागते रहे, क्योंकि उन्हें भय था कि कहीं सो जाने के कारण उनका व्रत भंग ना हो जाए।
प्रश्न 8- चूहे की घटना का मूलशंकर के विचारों पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर 8- चूहे की घटना से मूलशंकर के मन में उथल-पुथल मच गई। उनके मन में अनेक विचार होने लगे कि क्या ये सच्चे शिव है या नहीं?
प्रश्न 9- बहन की मृत्यु पर मूलशंकर क्यों नहीं रो सके?
उत्तर 9- क्योंकि उन्हें मृत्यु के बारे में कुछ पता ही नहीं था।
प्रश्न 10- चाचा की मृत्यु के पश्चात मूल शंकर ने क्या विचार बनाया?
उत्तर 10- उन्होंने घर छोड़कर सच्चे शिव को खोजने और मृत्यु का हल ढूंढने का विचार बनाया।
प्रश्न 11- मंदिर में शिव मूर्ति के साथ क्या घटना घटी?
उत्तर 11- मंदिर में एक चूहा दिल से निकल कर शिव मूर्ति पर आ चढ़ा और उस पर चढ़ाई हुए फल खाने लगा।
कक्षा - छठी पाठ - 8
पाठ - 8
प्रश्न 1- श्री कृष्ण के जन्मकाल में भारत की दशा का वर्णन कीजिए।
उत्तर 1- श्री कृष्ण के जन्म काल के समय गंधरवर प्रदेश से आसाम तक तथा कैलाश पर्वत से लेकर रामेश्वर तक सारे देश में हजारों मनमाने स्वच्छंद राजा भरे पड़े थे। देश छोटे-छोटे भागों में बटा हुआ था।
प्रश्न 2- होश संभालते ही श्री कृष्ण ने गोकुल वासियों का हित किस प्रकार किया?
उत्तर 2- बालक श्री कृष्ण ने होश संभालते ही अपने मित्रों के साथ गोकुल का मक्खन शहर में जाना बंद कर दिया।
प्रश्न 3- जरासंध की कल के साथ क्या रिश्तेदारी थी उसने मथुरा पर चढ़ाई क्यों की?
उत्तर 3- जरासंध की दो पुत्रियां 'अस्ति' और 'प्राप्ति' कंस को ब्याही थी। जब वह विधवा हो कर रोती पीटती अपने पिता के पास पहुंची तो जरासंध ने क्रोध में आ कर मथुरा पर चढ़ाई कर दी।
प्रश्न 4- श्री कृष्णा ने कालयवन की सेना को कैसे नष्ट किया?
उत्तर 4- जब श्री कृष्ण मथुरावासियों को द्वारिका ले गए। उस समय कालयवन की सेना अरावली पर्वत के बीच पड़ी थी। श्री कृष्ण ने उसे कुछ इस प्रकार पर्वतों के घुम्मन घेर में फसाया की कालयवन की सेना का नाम तक नहीं बचा।
प्रश्न 5- श्री कृष्ण ने गीता का उपदेश किसे और क्यों दिया?
उत्तर 5- श्री कृष्ण ने गीता का उपदेश अर्जुन को धर्मयुद्ध के लिए प्रेरित करने को दिया।
Sunday, July 12, 2020
कक्षा - सातवीं पाठ - 8
पाठ - 8
प्रश्न 1- सत्संग का क्या अभिप्राय है?
उत्तर 1- सज्जनों के साथ संग अर्थात् मिलजुल करना, उनके पास बैठना, उनका उपदेश सुनना, उनकी बातें करना सत्संग कहलाता है।
प्रश्न 2- संग का व्यक्ति के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर 2- संग का व्यक्ति के जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है, क्योंकि व्यक्ति के व्यक्तित्व का निर्माण उसके संग के आधार पर ही होता है। उसकी संगति के गुण-दोष उसके गुण-दोष बन जाते हैं।
प्रश्न 3- जल की बूंद के उदाहरण द्वारा नीच, मध्य और उत्तम संगति का परिणाम प्रकट करें।
प्रश्न 4- कबीर के अनुसार सत्संग का प्रभाव प्रकट करें।
उत्तर 4- सज्जन का संग गंध बेचने वाले के पास रहने के समान है। यदि गंधी अपना इत्र, फुलेल आदि कुछ भी न दे, तब भी जब तक वह पास रहता है, वातावरण सुगंधित बना रहता है और पास बैठने वाला सुगंध लेकर ही जाता है। साधुओं की संगति सच्चा बैकुंठवास है।
प्रश्न 5- गोस्वामी तुलसीदास जी सत्संग के बारे में क्या कहते हैं
उत्तर 5- स्वामी तुलसीदास जी कहते हैं -
'बिन सत्संग विवेक न होई'
अर्थात् सत्संग के बिना भले-बुरे की पहचान नहीं होती।
Wednesday, July 8, 2020
कक्षा - तीसरी अनमोल वचन
अनमोल वचन
1 कर भला हो भला।
2 सच्चाई हमें निडर बनाती हैं।
3 मेहनत का फल मीठा होता है।
4 हमें किसी से बुरा व्यवहार नहीं करना चाहिए।
5 हमें मिल जुल कर रहना चाहिए।
6 बड़ों का आदर करना चाहिए।
जय घोष
जय घोष
जो बोले सो अभय -
वैदिक धर्म की जय
मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की - जय
योगीराज श्री कृष्ण की - जय
ऋषिवर दयानंद की - जय
धर्म पर मिटने वालों की - जय
देश पर बलिदान होने वालों की - जय
भारत माता की - जय
गौ माता की - जय
वैदिक ध्वनि - ओ३म्
कक्षा - चौथी अनमोल वचन
अनमोल वचन
1 कर भला हो भला।
2 मेहनत सफलता की कुंजी है।
3 ईमानदारी सबसे अच्छी नीति है।
4 चरित्र सबसे अनमोल गहना है।
5 भावना व्यर्थ है मुख्य बात तो समय पर निकलना है।
6 जैसा हम सोचते हैं वैसे बन जाते हैं।
7 हमारे जीवन का मुख्य उद्देश्य खुश रहना है।
8 सफलता उन्हीं को मिलती है जो कार्य करते हैं।
9 सच्चाई हमें निडर बनाती है।
10 हमें हमेशा धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए।
Tuesday, July 7, 2020
कक्षा - छठी अनमोल वचन
अनमोल वचन
1 सत्य अभिव्यक्ति का वह सुमन है जो मसले जाने पर सुगंध देता है।
2 प्रत्येक अच्छा कार्य पहले असंभव सा दिखाई देता है।
3 खतरा उठाए बिना मनुष्य को कल्याण के दर्शन नहीं होते।
4 जो प्यार एक मुस्कान द्वारा व्यक्त होता है वह हजारों नमस्कार और द्वारा व्यक्त नहीं होता।
5 जो अपने साथ के दबे हुए लोगों को अपना प्यार और रक्षा नहीं करता, उसे सच्चे मित्र कभी नहीं मिलते।
6 उद्देश्य पर मर मिटने वाले कभी पराजित नहीं होते।
7 आप तब तक हार नहीं सकते, जब तक आप प्रयास करना नहीं छोड़ते।
8 जीवन में अनुकूलता और प्रतिकूलता में एक समान जीना ही त्याग है।
कक्षा - सातवीं अनमोल वचन
अनमोल वचन
1 तुम्हें जो कुछ चाहिए अपनी मुस्कान से प्राप्त करो शारीरिक बल से नहीं।
2 जो व्यक्ति अपनी मानसिक शक्ति स्थिर रखना चाहता है, उसे दूसरों की आलोचना से चिढ़ना नहीं चाहिए।
3 तुम्हारा सबसे बड़ा दुश्मन तुम्हें उतना नुकसान नहीं पहुंचा सकता, जितने तुम्हारे खराब विचार।
4 उद्देश्य पर मर मिटने वाले कभी पराजित नहीं होते।
5 जब तक हमने अहंकार की भावना रहेगी तब तक त्याग की भावना का उदय होना कठिन है।
6 जीवन में अनुकूलता और प्रतिकूलता में एक समान जीना ही त्याग है।
7 शिष्टाचार के द्वारा कोई भी मनुष्य संसार में उन्नति कर सकता है।
कक्षा - पांचवीं अनमोल वचन
अनमोल वचन
1 दौड़ना व्यर्थ है मुख्य बातों समय पर निकलना है।
2 प्रत्येक अच्छा कार्य पहले असंभव दिखाई देता है।
3 उद्देश्य पर मर मिटने वाले कभी पराजित नहीं होते।
4 खतरा उठाए बिना मनुष्य को कल्याण के दर्शन नहीं होते।
5 चरित्र सबसे अनमोल गहना है।
6 जैसा हम सोचते हैं वैसे ही बन जाते हैं।