Thursday, July 30, 2020

कक्षा - पांचवीं पाठ - 9

कक्षा - पांचवीं

पाठ - 9
गुण-गान

प्रश्न 1- मन मंदिर में भक्ति दीप जलाने का क्या अर्थ है?
उत्तर 1- ईश्वर का ध्यान करना।
प्रश्न 2- सारी जिंदगी किस तरह बर्बाद हो जाती है?
उत्तर 2- सारी जिंदगी में रात सोने से और दिन पाप करने से बर्बाद हो जाती है।
प्रश्न 3- जीवन को बर्बादी से बचाने का यहां क्या उपाय बताया गया है?
उत्तर 3- सत्संग में जाकर और ईश्वर के गुणगान करने से जीवन को बर्बादी से बचाया जा सकता है।
प्रश्न 4- फिर से नर-तन पाने के लिए मनुष्य को क्या करना चाहिए?
उत्तर 4- फिर से नर तन पाने के लिए शुभकर्म या उत्तम कर्म करने चाहिए।
प्रश्न 5- मौज उड़ाने और भोजन खाने से पहले किस बात का ध्यान रखना चाहिए
उत्तर 5- हमें देख लेना चाहिए कि हमारे पास कोई दुख ही आया भूखा न हो।

सही गलत लिखे।
1 प्रेम से ईश्वर के गुण गाने चाहिए।     【सही】
2 हम रात जागने में गुजारते हैं।          【गलत】
3 हमें सुबह जल्दी उठना चाहिए।       【सही】
4 हमें सत्संग में जाना चाहिए।           【सही】
5 मनुष्य का शरीर पाना बच्चों का खेल नहीं है। 【सही】

कक्षा - आठवीं पाठ- 9

कक्षा - आठवीं

पाठ - 9
ड़ी.ए.वी. गान

प्रश्न 1- डी.ए.वी. गीत के प्रथम पद्य में डी.ए.वी. के लिए किन-किन विशेषणों का प्रयोग किया गया है?
उत्तर 1- अविरल निर्मल सलीम सदय
ज्ञान प्रदायिनी ज्योतिर्मय।
प्रश्न 2- गायक चारों दिशाओं में किस उद्घोष की कामना करता है
उत्तर 2-  ज्ञान के प्रकाश की।
प्रश्न 3- डी.ए.वी. गान में डी.ए.वी. की धारा को परम पुनीता क्यों कहा गया है?
उत्तर 3- डी.ए.वी. की धारा को पुनीता इसलिए कहा गया है क्योंकि यह अपने जन्म काल से ही निरंतर पवित्र धारा की भांति प्रवाहित हो रही है।
प्रश्न 4- डी.ए.वी. के साथ दयानंद जी और हंसराज का क्या संबंध है?
उत्तर 4- डीएवी के साथ स्वामी दयानंद का प्रेम भक्ति और महात्मा हंसराज के साथ त्याग शक्ति का संबंध है।
प्रश्न 5- गायक कैसे दिनमान का उदय जाता है?
उत्तर 5- गायक धर्म भक्ति और राष्ट्रीय शक्ति का उदय चाहता है।

Wednesday, July 29, 2020

कक्षा - चौथी पाठ - 9

कक्षा - चौथी

पाठ - 9
दयानंद प्रशस्ति

प्रश्न 1- स्वामी दयानंद से पहले कैसी रात थी?
उत्तर 1- अज्ञान की रात थी।
प्रश्न 2- इस रात के अंधेरे को दूर करने के लिए स्वामी दयानंद ने क्या किया?
उत्तर 2- ज्ञान की ज्योति जलाई।
प्रश्न 3- पाखंड की मंडी में हलचल क्यों मच गई?
उत्तर 3- क्योंकि स्वामी दयानंद ने सच्ची रीति चलाई थी।
प्रश्न 4- दयानंद  ने गुरु की आज्ञा कैसे निभाए?
उत्तर 4- वेद ज्ञान सबको देकर।

कक्षा - तीसरी पाठ - 9

कक्षा - तीसरी

पाठ - 9
योगिराज श्री कृष्ण

1 हम महात्मा गांधी को _________ कहते हैं। {बापू}
2 जयप्रकाश _________ कहलाते थे। {लोकनायक}
3 परसोत्तम दास टंडन ___________माने जाते थे। {राजर्षि}
4  नेताजी नाम से _________ समझा जाता है। {सुभाषचंद्र बोस}
5  _________ एक सम्मानित उपाधि है। {अवतार}
6 श्री कृष्ण की माता का नाम _________ था। {देवकी}
7 श्री कृष्ण का पालन माता __________ने किया। {यशोदा}
8 श्री कृष्ण ने __________ का उपदेश अर्जुन को दिया। {गीता}

कक्षा - सातवीं पाठ - 9

कक्षा - सातवीं

पाठ - 9
योग और उनके अंग

प्रश्न 1- योग के आठ अंगों के नाम बताओ।
उत्तर 1- योग के अंग निम्नलिखित हैं :-
1 यम
2 नियम
3 आसन
4 प्राणायाम
5 प्रत्याहार
6 धारणा
7 ध्यान
8 समाधि

प्रश्न 2- पांचो यमो के नाम उल्लेख करके किसी एक यम का अर्थ बताओ।
उत्तर 2- पांच यम निम्नलिखित है :-
1 अहिंसा
2 सत्य
3 अस्तेय
4 ब्रह्मचर्य
5 अपरिग्रह
1 अहिंसा - किसी प्राणी को मन, वचन, कर्म से दुख न देना।
2 सत्य - सदा सच्चाई के मार्ग को अपनाना प्रिय तथा हितकारक सत्य बोलना।

प्रश्न 3- पांचों नियमों का नाम बताकर शौच का अर्थ बताओ।
उत्तर 3-  पांच नियम निम्नलिखित है :-
1 शौच
2 संतोष
3 तप
4 स्वाध्याय
5 ईश्वर प्रणिधान
1 शौच - बाहर और भीतर से अपने आपको स्वच्छ पवित्र ईमानदार रखना।
2 संतोष - हर समय, हर दशा में अपने परिणाम से जो कुछ भी मिला है उसे स्वीकार करके प्रसन्न रहना।

प्रश्न 4- प्रत्याहार का स्वरूप बताओ।
उत्तर 4- कान, त्वचा, आंख, रसना (जिव्हा) और नाक इन इंद्रियों को बाहर से हटाकर अंदर ध्यान को आत्मा की ओर ले जाना ही प्रत्याहार है। जैसे कि कछुआ अपने अंगों को अपने खोल में समेट लेता है ऐसे ही अपनी इंद्रिय शक्ति का संचय करना।
प्रश्न 5- धारणा और ध्यान का अंतर बताओ।
उत्तर 5- धारण - शरीर के किसी एक स्थान पर मन को केंद्रित करना धारणा है। इससे चित्त एकाग्र होकर स्मरण और चिंतन शक्ति बढ़ती है।
ध्यान - पांचों इंद्रियों के विषयों से मन को अलग कर लेना और एक ही विषय (केंद्रबिंदु) पर लगाना ध्यान है।

कक्षा - छठी पाठ - 9

कक्षा - छठी

पाठ - 9
धर्मवीर हकीकत राय

प्रश्न 1- हकीकत राय को धर्मवीर क्यों कहा जाता है?
उत्तर 1- क्योंकि हकीकत राय ने धर्म के लिए अपनी जान तक लुटा दी थी।
प्रश्न 2- हकीकत राय ने रसूलीज़ादी फ़ातिमा के लिए अपशब्द क्यों कहे?
उत्तर 2- मुसलमान बालकों के साथ झगड़ा होने पर जब मुस्लिम बालको ने 'देवी मां' के लिए जब अपशब्द बोले तो हकीकत राय ने रसूलज़ादी फ़ातिमा के लिए अपशब्द कह दिए।
प्रश्न 3- न्यायधीश अदीनाबेग हकीकत राय के इस अपराध को माफ़ क्यों करना चाहते थे?
उत्तर 3- अदीना बेग एक सज्जन पुरुष थे। वह मामूली झगड़े कि कोई बड़ी सजा नहीं चाहते थे। इसीलिए हकीकत राय को इस अपराध पर माफ़ करना चाहते थे।
प्रश्न 4- काज़ी साहब इस अपराध का क्या दंड उचित समझते थे?
उत्तर 4- काज़ी साहब इस अपराध के लिए मृत्यु दंड उचित समझते थे।
प्रश्न 5- हकीकत राय का मुकदमा लाहौर क्यों भेजा गया?
उत्तर 5- अदीनाबेग इंसाफ की गद्दी पर बैठ कर अपने हाथ एक बेगुनाह के खून से रंगना नहीं चाहते थे। इसलिए हकीकत राय का मुकदमा लाहौर भेजा गया।
प्रश्न 6- हकीकत राय का मृत्यु दंड किस शर्त पर माफ़ किया जा सकता था?
उत्तर 6- हकीकत राय का मृत्यु दंड एक शर्त पर माफ़ किया जा सकता था, कि वह अपना धर्म बदल ले। वह हिंदू से मुसलमान हो जाए।
प्रश्न 7- हकीकत राय ने यह शर्त स्वीकार क्यों नहीं की?
उत्तर 7- हकीकत राय एक सच्चे हिंदू थे। उन्होंने अपने बचपन में श्री कृष्ण, प्रहलाद, हरीश चंद्र, भीम और अर्जुन जैसे महान् पुरुषों की कहानियां सुनी थी जिससे उनकी नस-नस में हिंदुत्व का रक्त बह रहा था।इसीलिए उन्होंने  मुसलमान बनने की शर्त स्वीकार की।
प्रश्न 8- हकीकत राय की समाधि कहां है?
उत्तर 8- लाहौर।
प्रश्न 9-  हकीकत राय की समाधि पर मेला कब लगता है?
उत्तर 9- बसंत पंचमी।

Monday, July 13, 2020

कक्षा - तीसरी पाठ - 8

कक्षा - तीसरी

पाठ - 8
श्री राम

प्रश्न 1- श्री राम के पिता का क्या नाम था?
उत्तर 1- राजा दशरथ।
प्रश्न 2- श्री राम की पत्नी का क्या नाम था?
उत्तर 2- सीता।
प्रश्न 3- राजा दशरथ की मृत्यु कैसे हुई?
उत्तर 3- पुत्र वियोग के कारण।
प्रश्न 4- श्री राम कितने वर्ष के लिए वन गए?
उत्तर 4- 14 वर्ष।
प्रश्न 5- सीता का हरण किसने किया?
उत्तर 5- रावण ने।
प्रश्न 6- रामायण की रचना किसने की?
उत्तर 6- महर्षि वाल्मीकि।
प्रश्न 7- रामराज्य अच्छा क्यों माना जाता है?
उत्तर 7- क्योंकि राम राज्य में सारी प्रजा सुखी थी।
प्रश्न 8- राजा दशरथ के चारों पुत्रों का नाम लिखें।
उत्तर 8- राम लक्ष्मण भरत और शत्रुघ्न।
खाली स्थान भरे।
1 राजा दशरथ की _________ रानियां थी। (तीन)
2 हनुमान श्री राम का महान् _________ माना जाता है। (सेवक)
3 सीता का हरण ________ ने किया। (रावण)
4 कैकेयी के बेटे का नाम __________था। (भरत)

कक्षा - पांचवीं पाठ - 8

कक्षा - पांचवीं

पाठ- - 8
बड़े घर का गायक

प्रश्न 1- तानसेन किसके दरबार के गायक थे?
उत्तर 1- राजा अकबर के।
प्रश्न 2- तानसेन के गुरु का क्या नाम था?
उत्तर 2- स्वामी हरिदास।
प्रश्न 3- तानसेन बादशाह को जंगल में क्यों ले गया?
उत्तर 3- स्वामी हरिदास का गाना सुनने के लिए।
प्रश्न 4- स्वामी हरिदास से गाना सुनने के लिए तानसेन ने क्या चाल चली?
उत्तर 4- स्वामी हरिदास से गाना सुनने के लिए तानसेन ने सितार को गलत बजाना शुरू कर दिया।
प्रश्न 5- स्वामी हरिदास का गाना सुनकर अकबर ने क्या कहा?
उत्तर 5- अकबर ने कहा, "तानसेन तुम बहुत अच्छा गाते हो। परंतु तुम्हारे गाने में वह रस नहीं, जो स्वामी हरिदास के गाने में है।"
प्रश्न 6- अकबर के प्रश्न का तानसेन में क्या उत्तर दिया?
उत्तर 6- तानसेन ने कहा, "मुझ में और स्वामी हरिदास में अंतर है। मैं दिल्ली पति के लिए गाता हूं, परंतु स्वामी हरिदास जगतपति के गायक हैं।
प्रश्न 7- "यमुना के तट पर आकर भी क्या हम प्यासे ही रह जाएंगे।" इन शब्दों का क्या अर्थ है?
उत्तर 7- यह शब्द राजा अकबर ने तानसेन से इसलिए कहा कहे थे, कि क्या हमें स्वामी हरिदास का गाना सुने बिना ही राज्य को लौटना होगा।

कक्षा - आठवीं पाठ - 8

कक्षा - आठवीं

पाठ - 8 
पंच महायज्ञ

प्रश्न 1- चार प्रकार के कर्म कौन से हैं उनके नाम और स्वरूप बताएं।
उत्तर 1- चार प्रकार के कर्म निम्नलिखित हैं।
1 नित्य कर्म
2 नैमित्तिक कर्म
3 काम्य कर्म
4 निषिद्ध कर्म
1 नित्य कर्म - प्रतिदिन किए जाने वाले कर्मों को नित्य कर्म कहते हैं।
2 नैमित्तिक कर्म - किसी निमित्त या कारण से किए जाने वाले कर्म अर्थात् पर्व, उत्सव, संस्कार आदि नैमित्तिक कर्म है।
3 काम्य कर्म - कामनाओं की पूर्ति के लिए किए जाने वाले कर्म होता में कर्म कहते हैं।
4 निषिद्ध कर्म - अशुभ कर्मों को निषिद्घ कर्म कहते है
प्रश्न 2- पंच महायज्ञ कौन से हैं उनका संबंध किस प्रकार के कर्म से है?
उत्तर 2- पंच महायज्ञ निम्नलिखित है -
1 ब्रह्मयज्ञ 
2 देवयज्ञ
3 पितृ यज्ञ
4 अतिथि यज्ञ
5 बलिवैश्वदेव यज्ञ 
            इनका संबंध नित्य कर्म से है।
प्रश्न 3- ब्रह्म यज्ञ से क्या अभिप्राय है इससे किस प्रकार किया जाता है?
उत्तर 3- ब्रह्मयज्ञ का अर्थ है संध्या।  प्रातः सायं  ठीक प्रकार स्नान करके आत्मा तथा परमात्मा का चिंतन करना, ध्यान में बैठ जाना और ध्यान मग्न होकर ईश्वर के ओ३म् अथवा किसी अन्य नाम का उसमें लीन होकर जप करना। ब्रह्म यज्ञ करने के लिए  स्नान करने के पश्चात संध्या करके गायत्री मंत्र का जप करके ईश्वर तथा परमात्मा का चिंतन करना चाहिए और यह सब ब्रह्म मुहूर्त में सूर्योदय से पूर्व करना चाहिए तथा शाम को सूर्यास्त से पूर्व।
प्रश्न 4- देव यज्ञ की अग्नि के कितने रूप हो जाते हैं।
उत्तर 4- तीन।
प्रश्न 5- देव यज्ञ पर्यावरण से किस प्रकार संबंधित है?
उत्तर 5- वेद मंत्रों के उच्चारण, अग्नि और आहुतियों का प्रभाव पर्यावरण पर पड़ता है। अग्निहोत्री में वृष्टि, वर्षा और जल की शुद्धि होकर वृष्टि द्वारा संसार को सुख प्राप्त होता है।
प्रश्न 6- अभिवादनशील को  किन चार वस्तुओं की प्राप्ति होती है?
उत्तर 6- आयु, विद्या, यश और बल।
प्रश्न 7- पितृ यज्ञ किस प्रकार किया जाता है?
उत्तर 7- पितृ यज्ञ महायज्ञ में तीसरा है। इसका अर्थ है - माता-पिता सास-ससुर गुरुजन अन्य वृद्धजनों की सेवा करना। इस सेवा से आशीर्वाद मिलता है। आशीर्वाद से सुख मिलता है, उन्नति होती है।
प्रश्न 8- अतिथि यज्ञ और बलिवैश्वदेव देव यज्ञ की विधियों का उल्लेख करें।
उत्तर 8- अतिथि यज्ञ -  यदि कोई व्यक्ति बिन बताए, बिन बुलाए, बिना सूचना दिए, अपरिचित रूप से आपके घर आ जाता है तो उसका स्वागत करना सत्कार करना उसे खाने और पीने देना ही अतिथि यज्ञ है।

बलि वैश्वदेव यज्ञ - समस्त प्राणियों के कल्याण के लिए प्रयास करना, दान देना।सबके लिए प्रार्थना करना, स्वयं भोजन करने से पूर्व यज्ञ की अग्नि में या रसोई की चूल्हे में नमकीन वस्तुओं को छोड़कर मीठे मिली वस्तुएं अन्न को उन सब प्राणियों के लिए आहुति देना जो इस विशाल संसार में रहते हैं। चींटियों को आटा चिड़ियों को चोदा पानी आदि लेकर सुखी बनाने का प्रयत्न भी इसी यज्ञ में के अंतर्गत आता है।

कक्षा - चौथी पाठ - 8

कक्षा - चौथी

पाठ -8
शिव कौन है? मृत्यु क्या है?

प्रश्न 1- 'ज़माने के रंग में रंग जाने वाले' और 'ज़माने पर अपना रंग चढ़ाने वाले' इनमें से महान पुरुष कौन है?
उत्तर 1- ज़माने पर अपना रंग चढ़ाने वाले।
प्रश्न 2- स्वामी दयानंद के बचपन का क्या नाम था?
उत्तर 2- मूलशंकर।
प्रश्न 3- टंकारा इतिहास में किस लिए प्रसिद्ध है?
उत्तर 3- स्वामी दयानंद का जन्म स्थान होने के कारण।
प्रश्न 4- मूलशंकर मंदिर में जाकर किस मंत्र का जाप किया करते थे?
उत्तर 4- ॐ नमः शिवाय।
प्रश्न 5- शिवरात्रि का व्रत रखते समय मूलशंकर की उम्र क्या थी?
उत्तर 5- 11 वर्ष।
प्रश्न 6- पिता के समान क्या अर्पित करते हुए मूल शंकर ने शिव पूजन किया?
उत्तर 6- पूजन सामग्री।
प्रश्न 7- मंदिर में मूलशंकर जागते रहे या सो गए? क्यों?
उत्तर 7- मंदिर में मूलशंकर जागते रहे, क्योंकि उन्हें भय था कि कहीं सो जाने के कारण उनका व्रत भंग ना हो जाए।
प्रश्न 8- चूहे की घटना का मूलशंकर के विचारों पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर 8- चूहे की घटना से मूलशंकर के मन में उथल-पुथल मच गई। उनके मन में अनेक विचार होने लगे कि क्या ये सच्चे शिव है या नहीं?
प्रश्न 9- बहन की मृत्यु पर मूलशंकर क्यों नहीं रो सके?
उत्तर 9- क्योंकि उन्हें मृत्यु के बारे में कुछ पता ही नहीं था।
प्रश्न 10- चाचा की मृत्यु के पश्चात मूल शंकर ने क्या विचार बनाया?
उत्तर 10-  उन्होंने घर छोड़कर सच्चे शिव को खोजने और मृत्यु का हल ढूंढने का विचार बनाया।
प्रश्न 11- मंदिर में शिव मूर्ति के साथ क्या घटना घटी?
उत्तर 11- मंदिर में एक चूहा दिल से निकल कर  शिव मूर्ति पर आ चढ़ा और उस पर चढ़ाई हुए फल खाने लगा।
सही गलत लिखें।
1 दयानंद के बचपन का नाम प्रेमचंद था। (गलत)
2 मंदिर में मूलशंकर जाते रहे।                (सही)
3 मंदिर में सन्नाटा छाया हुआ था।           (सही)
4 मूलशंकर ही बाद में दयानंद के नाम से प्रसिद्ध हुए। (सही)

कक्षा - छठी पाठ - 8

कक्षा - छठी

पाठ - 8
श्री कृष्ण चरित्

प्रश्न 1- श्री कृष्ण के जन्मकाल में भारत की दशा का वर्णन कीजिए।
उत्तर 1- श्री कृष्ण के जन्म काल के समय गंधरवर प्रदेश से आसाम तक तथा कैलाश पर्वत से लेकर रामेश्वर तक सारे देश में हजारों मनमाने स्वच्छंद राजा भरे पड़े थे। देश छोटे-छोटे भागों में बटा हुआ था।
प्रश्न 2- होश संभालते ही श्री कृष्ण ने गोकुल वासियों का हित किस प्रकार किया?
उत्तर 2- बालक श्री कृष्ण ने होश संभालते ही अपने मित्रों के साथ गोकुल का मक्खन शहर में जाना बंद कर दिया।
प्रश्न 3- जरासंध की कल के साथ क्या रिश्तेदारी थी उसने मथुरा पर चढ़ाई क्यों की?
उत्तर 3- जरासंध की दो पुत्रियां 'अस्ति' और 'प्राप्ति' कंस को ब्याही थी। जब वह विधवा हो कर रोती पीटती अपने पिता के पास पहुंची तो जरासंध ने क्रोध में आ कर मथुरा पर चढ़ाई कर दी।
प्रश्न 4- श्री कृष्णा ने कालयवन की सेना को कैसे नष्ट किया?
उत्तर 4- जब श्री कृष्ण मथुरावासियों को द्वारिका ले गए। उस समय कालयवन की सेना अरावली पर्वत के बीच पड़ी थी। श्री कृष्ण ने उसे कुछ इस प्रकार पर्वतों के घुम्मन घेर में फसाया की कालयवन की सेना का नाम तक नहीं बचा।
प्रश्न 5- श्री कृष्ण ने गीता का उपदेश किसे और क्यों दिया?
उत्तर 5- श्री कृष्ण ने गीता का उपदेश अर्जुन को धर्मयुद्ध के लिए प्रेरित करने को दिया।

Sunday, July 12, 2020

कक्षा - सातवीं पाठ - 8

कक्षा - सातवीं

पाठ - 8
सत्संग का महत्त्व

प्रश्न 1- सत्संग का क्या अभिप्राय है?
उत्तर 1- सज्जनों के साथ संग अर्थात् मिलजुल करना, उनके पास बैठना, उनका उपदेश सुनना, उनकी बातें करना सत्संग कहलाता है।
प्रश्न 2- संग का व्यक्ति के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर 2- संग का व्यक्ति के जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है, क्योंकि व्यक्ति के व्यक्तित्व का निर्माण उसके संग के आधार पर ही होता है। उसकी संगति के गुण-दोष उसके गुण-दोष बन जाते हैं।
प्रश्न 3- जल की बूंद के उदाहरण द्वारा नीच, मध्य और उत्तम संगति का परिणाम प्रकट करें।
उत्तर 3- जल की बूंद के उदाहरण में निम्न कोटि में गर्म तवे पर गिरकर नष्ट हो जाती है, और मध्य कोटि में आ कर कमल पर पड़ी बूंद मोती जैसी लगती है और उत्तम कोटि में वही बूंद जब स्वाति नक्षत्र में समुंदर की सीपी पर गिरकर मोती बन जाती है।
प्रश्न 4- कबीर के अनुसार सत्संग का प्रभाव प्रकट करें।
उत्तर 4- सज्जन का संग गंध बेचने वाले के पास रहने के समान है। यदि गंधी अपना इत्र, फुलेल आदि कुछ भी न दे, तब भी जब तक वह पास रहता है, वातावरण सुगंधित बना रहता है और पास बैठने वाला सुगंध लेकर ही जाता है। साधुओं की संगति सच्चा बैकुंठवास है।
प्रश्न 5- गोस्वामी तुलसीदास जी सत्संग के बारे में क्या कहते हैं
उत्तर 5- स्वामी तुलसीदास जी कहते हैं -
            'बिन सत्संग विवेक न होई'
   अर्थात् सत्संग के बिना भले-बुरे की पहचान नहीं होती।

Wednesday, July 8, 2020

कक्षा - तीसरी अनमोल वचन

अनमोल वचन

1  कर भला हो भला।

2  सच्चाई हमें निडर बनाती हैं।

3  मेहनत का फल मीठा होता है।

4 हमें किसी से बुरा व्यवहार नहीं करना चाहिए।

5  हमें मिल जुल कर रहना चाहिए।

6  बड़ों का आदर करना चाहिए।

जय घोष

जय घोष

जो बोले सो अभय -

वैदिक धर्म की जय

मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की - जय

योगीराज श्री कृष्ण की - जय

ऋषिवर दयानंद की - जय

धर्म पर मिटने वालों की - जय

देश पर बलिदान होने वालों की - जय

भारत माता की - जय

गौ माता की - जय

वैदिक ध्वनि - ओ३म्


कक्षा - चौथी अनमोल वचन

अनमोल वचन

1 कर भला हो भला।

2 मेहनत सफलता की कुंजी है।

3 ईमानदारी सबसे अच्छी नीति है।

4 चरित्र सबसे अनमोल गहना है।

5 भावना व्यर्थ है मुख्य बात तो समय पर निकलना है।

6 जैसा हम सोचते हैं वैसे बन जाते हैं।

7 हमारे जीवन का मुख्य उद्देश्य खुश रहना है।

8 सफलता उन्हीं को मिलती है जो कार्य करते हैं।

9 सच्चाई हमें निडर बनाती है।

10 हमें हमेशा धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए।

Tuesday, July 7, 2020

कक्षा - छठी अनमोल वचन

अनमोल वचन

1 सत्य अभिव्यक्ति का वह सुमन है जो मसले जाने पर सुगंध देता है।

2 प्रत्येक अच्छा कार्य पहले असंभव सा दिखाई देता है।

3 खतरा उठाए बिना मनुष्य को कल्याण के दर्शन नहीं होते।

4 जो प्यार एक मुस्कान द्वारा व्यक्त होता है वह हजारों नमस्कार और द्वारा व्यक्त नहीं होता।

5 जो अपने साथ के दबे हुए लोगों को अपना प्यार और रक्षा नहीं करता, उसे सच्चे मित्र कभी नहीं मिलते।

6 उद्देश्य पर मर मिटने वाले कभी पराजित नहीं होते।

7 आप तब तक हार नहीं सकते, जब तक आप प्रयास करना नहीं छोड़ते।

8 जीवन में अनुकूलता और प्रतिकूलता में एक समान जीना ही त्याग है।

कक्षा - सातवीं अनमोल वचन

अनमोल वचन

1 तुम्हें जो कुछ चाहिए अपनी मुस्कान से प्राप्त करो शारीरिक बल से नहीं।

2 जो व्यक्ति अपनी मानसिक शक्ति स्थिर रखना चाहता है, उसे दूसरों की आलोचना से चिढ़ना नहीं चाहिए।

3 तुम्हारा सबसे बड़ा दुश्मन तुम्हें उतना नुकसान नहीं पहुंचा सकता, जितने तुम्हारे खराब विचार।

4 उद्देश्य पर मर मिटने वाले कभी पराजित नहीं होते।

5 जब तक हमने अहंकार की भावना रहेगी तब तक त्याग की भावना का उदय होना कठिन है।

6 जीवन में अनुकूलता और प्रतिकूलता में एक समान जीना ही त्याग है।

7 शिष्टाचार के द्वारा कोई भी मनुष्य संसार में उन्नति कर सकता है।

कक्षा - पांचवीं अनमोल वचन

अनमोल वचन

1 दौड़ना व्यर्थ है मुख्य बातों समय पर निकलना है।

2 प्रत्येक अच्छा कार्य पहले असंभव दिखाई देता है।

3 उद्देश्य पर मर मिटने वाले कभी पराजित नहीं होते।

4  खतरा उठाए बिना मनुष्य को कल्याण के दर्शन नहीं होते।

5  चरित्र सबसे अनमोल गहना है।

6 जैसा हम सोचते हैं वैसे ही बन जाते हैं।