Thursday, April 30, 2020

कक्षा - छठी पाठ - 4

कक्षा - छठी

पाठ - 4
तुम ही इक नाथ

प्रश्न 1 - 'तुम ही इक नाथ' गीत की पहली पंक्ति में भक्तों का भगवान के साथ क्या संबंध है?
उत्तर 1-  पहली पंक्ति में भक्तों ने भगवान के साथ माता-पिता, सहायक, स्वामी, सखा आदि का संबंध बताया है।
प्रश्न 2 - 'परमात्मा बेसहारों का सहारा है' यह भाव गीत की किस पंक्ति में प्रकट होता है?
उत्तर 2- 'जिनकी कुछ और आधार नहीं तिनके तुम रखवाले।'  पंक्ति से प्रकट होता है।
प्रश्न 3 - जो परमात्मा को भूल जाते हैं, क्या परमात्मा उन्हें भुला देते हैं?
उत्तर 3- नहीं, जो परमात्मा को भूल जाते हैं परमात्मा उन्हें नहीं भुलाते।

कक्षा - सातवीं पाठ - 4

कक्षा - सातवीं

पाठ - 4
अभियान गीत : धरम बाँसुरी तू बजाए

प्रश्न 1- लोगों को को कुकर्मों से बचाने और अविद्या से हटाने के लिए क्या करना होगा?
उत्तर 1- लोगों को कुकर्मों से बचाने और अविद्या से हटाने के लिए धर्म का आचरण पर उसका प्रचार करना होगा नफरत दुष्कर्म एवं अविद्या से दूर कर सत्य पथ दिखाना होगा।
प्रश्न 2 - क्या समझ जाने पर आपस की फूट और घृणा दूर हो सकती है?
उत्तर 2- 'हम सभी एक ईश्वर की संतान हैं इसलिए हम सब एक हैं'   यह समझ जाने पर आपसी फूट और घृणा दूर हो सकती है।
प्रश्न 3 - युद्ध और अन्याय से बचने के लिए क्या सीखना आवश्यक है?
उत्तर 3- युद्ध और अन्याय से बचने के लिए मानवता रूपी धर्म को अपनाना आवश्यक है।

कक्षा - तीसरी पाठ - 4

कक्षा - तीसरी

पाठ - 4
आर्य समाज के पहले दो नियम

प्रश्न 1 - आर्य समाज के कोई दो नियम लिखें।
उत्तर 1- i) सत्य के ग्रहण करने और असत्य को छोड़ने में सर्वदा उद्यत रहना चाहिए।
ii) सब काम धर्मानुसार अर्थात सत्य और असत्य को विचार करके करने चाहिए।
प्रश्न 2 - परमात्मा के कोई पांच विशेषण बताओ।
उत्तर 2- अजय, अमर, दयालु, अनंत तथा निराकार।
प्रश्न 3 - ईश्वर के संबंध में कोई पांच वाक्य बनाओ।
उत्तर 3- i)  ईश्वर सब पर दया करता है।
ii)  ईश्वर सब की सहायता करते हैं।
iii)  ईश्वर सबका मालिक है।
iv)  ईश्वर सब जगह मौजूद है।
v)  ईश्वर का निज नाम ओ३म् है।
प्रश्न 4 - निम्नलिखित शब्दों में से किन्ही पांच के अर्थ लिखो।
आदिमूल, निराकार, सर्वशक्तिमान, अजन्मा, अनंत, निर्विकार, अनादि, अनुपम, अजर, सृष्टिकर्ता।
उत्तर 4- i) निराकार -  जिसका  कोई आकार नहीं।
ii) सर्वशक्तिमान -  जिसके पास सब शक्तियां हो।
iii) अजन्मा -  जिसका कभी जन्म न हो।
iv) आनंद - जिसका अंत न हो।
v) अनादि -  जिसका कोई आदि न हो।
प्रश्न 5 - हमें किस की उपासना करनी चाहिए।
उत्तर 5- ईश्वर की।


कक्षा - चौथी पाठ - 4

कक्षा - चौथी

पाठ - 4
गायत्री मंत्र और उसका अर्थ

प्रश्न 1-  गायत्री मंत्र लिखें।
उत्तर 1- ओ३म् भूर्भुवः स्वः। तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो नः प्रचोदयात्।।
प्रश्न 2- गायत्री मंत्र के शब्दों का अर्थ लिखें।
उत्तर 2- ओ३म -  रक्षक।
भूः - प्राणों का प्राण, प्राणों से प्यारा।
र्भुवः - सब दुखों को मिटाने वाला।
स्वः - सब सुखों को देने वाला।
तत् -उस।
सवितुः - सविता।
वरेण्यम् -  अपनाने योग्य।
भर्गो - तेज को।
देवस्य - देव के।
धीमहि - ध्यान करें ।
धियो - बुद्धि को।
यो - जो।
नः -  हमारी।
प्रचोदयात् - सन्मार्ग में लगावे।

प्रश्न 3-  गायत्री मंत्र में परमात्मा से क्या याचना की गई है?
उत्तर 3- इस मंत्र में सन्मार्ग पर ले जाने की याचना की गई है।
प्रश्न 4- गायत्री मंत्र को ओर   किन नामों से पुकारा जाता है?
उत्तर 4- गुरु मंत्र और महामंत्र।
प्रश्न 5-गायत्री मंत्र चारों वेदों में से किन वेदों में है?
उत्तर 5-  यह मंत्र ऋग्वेद, यजुर्वेद और सामवेद तीनों वेदों में  है। 

कक्षा - पांचवीं पाठ - 4

कक्षा - पांचवी

पाठ - 4 
मूलशंकर का गृहत्याग

प्रश्न 1-  मूल शंकर ने घर कब छोड़ा?
उत्तर 1- विवाह के बंधन का भय उपस्थित होने पर।
प्रश्न 2-  सिद्धपुर के मेले में पिताजी से पकड़े जाते समय मूल शंकर का नाम क्या था?
उत्तर 2- शुद्ध चैतन्य।
प्रश्न 3- शुद्ध चैतन्य को संन्यास की दीक्षा किसने दी?
उत्तर 3- स्वामी पूर्णानंद ने।
प्रश्न 4- शुद्ध चैतन्य को संन्यासी बनने की आवश्यकता महसूस क्यों हुई?
उत्तर 4- आश्रम मर्यादा के अनुसार ब्रह्मचारी रहते हुए तो वह भिक्षा नहीं मांग सकते थे। स्वयं भोजन बनाने में बहुत समय नष्ट होता था। जिससे ध्यान और साधना में बाधा आती थी। इसीलिए शुद्ध चैतन्य को संन्यासी बने की आवश्यकता महसूस हुई।
प्रश्न 5-  स्वामी दयानंद ने 'हठयोग प्रदीपिका' पुस्तक को गंगा में क्यों बहा दिया?
उत्तर 5-  स्वामी दयानंद ने एक बार गंगा में बहते हुए शव का छेदन किया और हठयोग प्रदीपिका में अंकित नाड़ी चक्र से शव की नाड़ियों का मेल न देखकर हठयोग प्रदीपिका पुस्तक को गंगा में बहा दिया।
प्रश्न 6-  स्वामी जी के अज्ञात तीन वर्षों के बारे में विद्वानों की नई खोज क्या है?
उत्तर 6- विद्वानों का मानना है, कि इन वर्षों में स्वामी जी ने स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भाग लिया।
प्रश्न 7-  कुटिया का द्वार खटखटाए जाने पर विरजानंद जी ने क्या प्रश्न किया?
उत्तर 7-  द्वार पर 'कौन है?
प्रश्न 8- स्वामी दयानंद ने क्या उत्तर दिया?
उत्तर 8- "मैं कौन हूं यही जानने के लिए आपकी शरण में आया हूं।"
प्रश्न 9-  स्वामी दयानंद गुरु दक्षिणा में क्या वस्तु लेकर गुरु के पास गए?
उत्तर 9- एक सेर लौंग।
प्रश्न 10- दंडी स्वामी विरजानंद ने दयानंद से गुरु दक्षिणा में क्या मांगा?
उत्तर 10-  स्वामी विरजानंद ने स्वामी दयानंद से कहा कि अपने संपूर्ण जीवन को देश व जाति के उत्थान के लिए पाखंड, कुरीतियों का खंडन कर, सच्चे वैदिक धर्म का प्रचार करने लिए समर्पित करो।

Thursday, April 23, 2020

कक्षा - छठी पाठ - 3

कक्षा - छठी

पाठ - 3
ब्रह्मयज्ञ (सन्ध्या-उपासना)

प्रश्न 1 - सन्ध्या का क्या अर्थ है संध्या किस समय की जाती है?
उत्तर 1 - जिस क्रिया द्वारा परमेश्वर का भली-भांति ध्यान किया जा सके उसे संध्या कहते हैं।  संध्या सुबह सूर्य उदय होने से पूर्व तथा रात्रि में सोने से पहले करनी चाहिए।
प्रश्न 2 - सन्ध्या करते समय मन का भाव कैसा होना चाहिए?
उत्तर 2 -  संध्या करते समय मन, शांत, पवित्र,चिंतामुक्त व प्रसन्न होना चाहिए। इस समय मन में ईश्वर के प्रति भक्ति भाव और श्रद्धा रखनी चाहिए।
प्रश्न 3 - 'ओ३म् भूः ओ३म् भुवः ओ३म् स्वः ओ३म् मह ओ३म् जनः ओ३म् तप ओ३म् सत्यम्'  इस मंत्र से संध्या में प्राणायाम किया जाता है अथवा जल ग्रहण?
उत्तर 3 - इस मंत्र से प्राणायाम किया जाता है।
प्रश्न 4 - मनसा परिक्रमा मंत्र कितने हैं? इन मंत्रों में जिन दिशाओं का नाम आया है उन दिशाओं के नाम लिखिए।
उत्तर 4 - मनसा परिक्रमा मंत्र छह है। इन मंत्रों में पूर्व, दक्षिण, पश्चिम, उत्तर, नीचे की दिशा तथा ऊपर की दिशा का नाम आया है।
प्रश्न 5 - सन्ध्या में कुल कितने शीर्षक और कितने मंत्र है?
उत्तर 5 -  संध्या के कुल दस शीर्षक है और इसमें बीस मंत्र आते हैं।

कक्षा - आठवीं पाठ - 3

कक्षा - आठवीं

पाठ - 3
आत्म बोध

प्रश्न 1 - अनादि नाम कौन सा है जिसके बारे में विवाद नहीं है?
उत्तर 1 - ओ३म्।
प्रश्न 2 - अनादि नाम को कौन नहीं भूलते।
उत्तर 2 -  ऋषि मुनि भक्त और वितराग योगी।
प्रश्न 3 - वेद को प्रमाण मानने वाले किसका गान करते हैं?
उत्तर 3 - ओ३म् और  वेदों के अर्थों का ।
प्रश्न 4 - उस नाद का त्याग कौन करते हैं?
उत्तर 4 -  पापी, कमजोर, नीच और रोगी।
प्रश्न 5 - मुक्ति पाने का साधन यहाँ क्या बताया गया है?
उत्तर 5 - ओ३म्।
प्रश्न 6 - ओ३म् का जप ध्यान आदि कौन करते हैं?
उत्तर 6 -  ऋषि, मुनि,  भक्त  और शंकरादि।

कक्षा - पांचवीं पाठ - 3

कक्षा - पांचवीं

पाठ - 3
आर्य समाज के नियम (सातवें से दसवें तक)

प्रश्न 1 - आर्य समाज के अंतिम चार नियम याद करके लिखें।
उत्तर 1 - i) सबसे प्रीतिपूर्वक धर्मानुसार यथायोग्य वर्तना चाहिए।
ii)  अविद्या का नाश और विद्या वृद्धि करनी चाहिए ।
iii)  प्रत्येक को अपनी उन्नति में संतुष्ट न रहना चाहिए किंतु सबकी उन्नति में अपनी उन्नति समझनी चाहिए।
iv)  सब मनुष्यों को सामाजिक, सर्वहितकारी नियम पालने में परतंत्र रहना चाहिए और प्रत्येक हितकारी नियम में सब स्वतंत्र रहें।

प्रश्न 2 - दूसरों के साथ हमें कैसा व्यवहार करना चाहिए?
उत्तर 2 - दूसरों के साथ हमें प्रेम और ईमानदारी का व्यवहार करना चाहिए।
प्रश्न 3 - विद्या की वृद्धि के लिए अविद्या का नाश क्यों आवश्यक है?
उत्तर 3 - जिस प्रकार अच्छे सिद्धांतों का मण्डन  से पहले बिंदी रूढ़ियों का खण्डन अपेक्षित है उसी प्रकार विद्या की वृद्धि के लिए अविद्या का नाश होना आवश्यक है।
प्रश्न 4 - सब की उन्नति में अपनी उन्नति समझने का क्या भाव है?
उत्तर 4 - समाज के प्रति हम अपना कर्तव्य तभी पूरा कर सकते हैं जब पूरे समाज की उन्नति के लिए प्रयत्न करें, सब की उन्नति में अपनी उन्नति समझें। अकेले उन्नति करेंगे तो जिएंगे कैसे?
प्रश्न 5 - हम किस प्रकार के नियम पालने में स्वतंत्र है?
उत्तर 5 - अपनी और दूसरों की भलाई के लिए हम कौन-सा कार्य करें इस चुनाव में हम सब स्वतंत्र हैं।
रिक्त स्थान भरें :-
1 अविद्या की _______  करनी चाहिए। (वृद्धि)
2  आर्य समाज के _______  नियम है। (दस)
3  प्रत्येक_______ नियम में सब स्वतंत्र है। (हितकारी)
4  आर्य समाज सबकी______ चाहता है। (उन्नति)

Wednesday, April 22, 2020

कक्षा - सातवीं पाठ -3

कक्षा - सातवीं

पाठ - 3
आर्य समाज के नियम

प्रश्न 1 - 'वेद सब सत्य विद्याओं का पुस्तक है।' का अभिप्राय स्पष्ट करें।
उत्तर 1 - 'वेद सब सत्य विद्याओं का पुस्तक है'  इसमें 'वेद' शब्द पहले है और 'सत्य विद्याएँ' बाद में। इसका अभिप्राय यह है कि कौन सी विद्या सत्य है, और कौन सी नहीं, इसका निर्णयाक है।
प्रश्न 2 - आर्य समाज के चौथे नियम की व्याख्या करें।
उत्तर 2 - आर्य समाज के चौथे नियम में बताया गया है कि जो वस्तु जैसी है उसे वैसे ही मानना, कहना और करना सत्य है। इसके  विरुद्ध मानना, कहना और करना असत्य है। मनुष्य अल्पज्ञ है, उसे स्वभावतः सत्य और असत्य का सही ज्ञान नहीं हो पाता। अपने अध्ययन, प्रयोग और अनुभवों के आधार पर वह सत्य और असत्य का निर्णय करता है।
प्रश्न 3 - 'धर्मानुसार अर्थात् सत्य-असत्य को विचार कर' का भाव स्पष्ट करें।
उत्तर 3 -  इससे अभिप्राय है कि जागते सोते हम जो कुछ भी करें वह धर्म के अनुसार हो, पाप ना हो। जिन नियमों से संसार में शांति रहती है, अपनी तथा दूसरों की उन्नति अर्थात् अभ्युदय होता है, जिनका आचरण कल्याणकारी होता है, वही धर्म कहलाते हैं।
प्रश्न 4 - उन्नति कितने प्रकार की होती है?
उत्तर 4 -  उन्नति तीन प्रकार की होती है:-
1  शारीरिक  उन्नति।
2  आत्मिक उन्नति।
3  सामाजिक उन्नति।

कक्षा - चौथी पाठ - 3

कक्षा - चौथी

पाठ -3
आर्य समाज के नियम (3 से 6)

प्रश्न 1 - आर्य समाज का तीसरे, चौथा, पांचवां, छठा नियम लिखें।
उत्तर 1- i) वेद सब सत्य विद्याओं का पुस्तक है। वेद पढ़ना-पढ़ाना सुनना-सुनाना सब आर्यों का परम धर्म है।
ii)  सत्य के ग्रहण करने और असत्य को छोड़ने के लिए सर्वदा उद्यत रहना चाहिए।
iii) सब काम धर्मानुसार अर्थात् सत्य और असत्य को विचार कर करना चाहिए।
iv) संसार का उपकार करना इस समाज का मुख्य उद्देश्य है, अर्थात् शारीरिक, आत्मिक और सामाजिक उन्नति करना।
प्रश्न 2 - वेद कितने हैं? उनके नाम बताइए।
उत्तर 2-  वेद चार हैं।  ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद।
प्रश्न 3 - वेद का पढ़ना-पढ़ाना और सुनना-सुनाना परम धर्म क्यों बताया गया है?
उत्तर 3-  वेद धर्म का मूल है अतः धर्म का सच्चा स्वरूप जाने के लिए इनका पढ़ना पढ़ाना और सुना सुना ना आवश्यक है।
प्रश्न 4 - किसी भी काम को करते समय हमें किस बात का विचार करना चाहिए?
उत्तर 4-  किसी भी कार्य को करते समय हमें यह देख लेना चाहिए कि यह कार्य धर्म के अनुसार है या नहीं।
प्रश्न 5 - संसार के उपकार के लिए शारीरिक, आत्मिक और सामाजिक उन्नति क्यों आवश्यक है?
उत्तर 5- क्योंकि कमजोर व्यक्ति दूसरों  का उपकार नहीं कर सकता।
प्रश्न 6 - धर्म और सत्य का क्या संबंध है?
उत्तर 6-  धर्म और सत्य परस्पर मिलते-जुलते हैं क्योंकि दोनों ही मानव की उन्नति के लिए आवश्यक है।
प्रश्न 7 - वेद क्या किसी जाति या देश-विशेष के लिए है अथवा सबके लिए।
उत्तर 7-  वेद सबके लिए हैं।
प्रश्न 8 - आर्य समाज किस/किन की उन्नति चाहता है? अपनी? किसी देश की? सारे संसार की?
उत्तर 8-  आर्य समाज सारे संसार की उन्नति जाता है।
 रिक्त स्थान भरे :-
1 वेद _____ है। (चार)
2 झूठे विचारों को छोड़ने के लिए ______  रहना चाहिए।  (उद्यत)
3 वेदों को ______  नाम से पुकारा जाता है।  (श्रुति)
4आर्य समाज का उद्देश्य ______ का उपकार करना है।  (संसार)
5 आर्य समाज सारे संसार की ______ चाहता है।   (उन्नति)

कक्षा - तीसरी पाठ - 3

कक्षा - तीसरी
पाठ - 3
आर्य

रिक्त स्थान भरे :-
1 जो अच्छे कार्य करे वह _______ है।   (आर्य)
2  आर्य न्याय के _______ को कभी नहीं त्यागता।  (मार्ग)
3 हम चाहते हैं सारा ______ आर्य बने।  (संसार)
4 इस देश का नाम _______ था।   (आर्यावर्त)
5 ईश्वर का _______ आर्य कहलाता है।  (पुत्र)

Wednesday, April 15, 2020

कक्षा - पाचवीं पाठ - 2

कक्षा - पांचवीं

पाठ - 2
गायत्री मंत्र

प्रश्न 1 - गायत्री मंत्र लिखकर उसका अर्थ लिखें।
उत्तर 1 - ओ३म् भूर्भुवाः स्वः। तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो नः प्रचोदयात्।।
(अर्थ पुस्तक में से देखकर लिखें।)

प्रश्न 2 -  वेद ने गायत्री मंत्र को क्या-क्या प्रदान करने वाला बताया है?
उत्तर 2 - वेदों में इसे आयु प्राण प्रजा पशु द्रव कीर्ति और ब्रह्म ज्ञान देने वाला बताया गया है।
प्रश्न 3 - मनुस्मृति का गायत्री मंत्र के बारे में क्या मत है?
उत्तर 3 -  मनुस्मृति में इसे घी, मधु और दही की वर्षा करने वाला बताया गया है अर्थात जो गायत्री मंत्र का पाठ करता है उसे पोष्टिक स्वादिष्ट तथा हितकारी भोजन की प्राप्ति होती है।
प्रश्न 4 - स्वामी विरजानंद किस मंत्र का जप किया करते थे?
उत्तर 4 -  गायत्री मंत्र का।
प्रश्न 5 - महात्मा आनंद स्वामी को गायत्री जप का क्या लाभ हुआ?
उत्तर 5- उनकी बुद्धि निखरने लगी तथा वे पाठ में आगे रहने लगे।

कक्षा - छठी पाठ - 2

कक्षा - छठी

पाठ - 2
सन्ध्या और उसकी तैयारी

प्रश्न 1 - सन्ध्या का क्या अर्थ है?
उत्तर 1- जिस क्रिया द्वारा परमेश्वर का भली-भांति ध्यान किया जा सके उसे संध्या कहते हैं।
प्रश्न 2 - सन्ध्या किस समय करनी चाहिए?
 उत्तर 2-   संध्या सुबह सूर्य उदय होने से पूर्व तथा रात्रि में सोने से पहले करनी चाहिए।
प्रश्न 3 - सन्ध्या के समय कैसे वस्त्र पहनने चाहिए?
उत्तर 3-  संध्या के समय स्वच्छ, पवित्र, सादे और  ऋतु के अनुकूल पहनने चाहिए।
प्रश्न 4 - सन्ध्या कैसे स्थान पर करनी चाहिए?
उत्तर 4- संध्या शुद्ध, पवित्र, शांत और एकांत स्थान पर करनी चाहिए।
प्रश्न 5 - सन्ध्या करने के क्या लाभ हैं?
उत्तर 5- संध्या करने से सुख शांति धर्म अर्थ काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

Tuesday, April 14, 2020

कक्षा - आठवीं पाठ - 2

कक्षा - आठवीं
पाठ - 2
ओ३म् की महिमा

प्रश्न 1 - भगवान का सर्वश्रेष्ठ नाम क्या है?
उत्तर1 -  ओ३म्।

प्रश्न 2 - वाणी में पवित्रता कैसे आती है?
उत्तर2 - ओ३म्।

प्रश्न 3 - जगत का अनुपम आधार कौन है?
उत्तर3 - ओ३म्।

प्रश्न 4 - मानव के मन मंदिर की ज्योति का प्रकाश पुंज कौन है?
उत्तर 4- ओ३म्।

प्रश्न 5 - ओ३म् को प्राप्त कर लेने से मनुष्य की कैसी निष्ठा बन जाती है?
उत्तर5 - लाखों कामों को छोड़कर ओ३म् का जाप करने लग जाता है।

प्रश्न 6 - ओ३म् शब्द की व्याख्या कीजिए।
उत्तर 6- ईश्वर इस सृष्टि को उत्पन्न किया है वहीं इसका पालन करता है और अंत में वही इसे समेट लेता है। ओ३म् के अ,उ,म-  ये तीन अक्षर  सृष्टि के इस आदि मध्य और अंत के द्योतक हैं।

प्रश्न 7 - गुरु नानक देव जी ने ओ३म् को क्या कहा है?
उत्तर 7- गुरु नानक देव जी ने कहा है
"एक ओंकार सतनाम करता पुरख"
ओ३म् और ओंकार दोनों का तात्पर्य एक ही है।

प्रश्न 8 - ओ३म् का महत्व स्पष्ट कीजिए।
उत्तर 8-ओ३म् ही भवसागर से पार लँघाने वाला है। मानव जीवन का आदि-अंत यही है। भगवान का नाम हमारी परंपरा में जन्म लेते ही बच्चे को मां मंत्र के रूप में दे दिया जाता है।

कक्षा - सातवीं पाठ - 2

कक्षा - सातवीं

पाठ - 2
धर्म के लक्षण

प्रश्न 1 - इस पाठ के आधार पर निम्नलिखित वचनों का अर्थ लिखो :
क - धृति - धीरज रखना।
क्षमा - माफी देना, सहनशीलता।
दमोऽस्तेय - किसी के धन की चोरी न करे।
शौच - शरीर और मन को पवित्र रखना।
इन्द्रियनिग्रह - इंद्रियों को वश में रखना।
धीर्विद्या - इंद्रियों का दास न बने।
सत्यं - सत्य का पालन करना।
अक्रोध - क्रोध ना करना।
ख - 'आत्मन: प्रतिकूलानि परेषां न समाचरेत्।'
उत्तर - जो हमारे प्रतिकूल हो वह व्यवहार हमें दूसरों के साथ नहीं करना चाहिए।
प्रश्न 2 - वे कौन से गुण हैं जिनके कारण व्यक्ति को धार्मिक कहा जा सकता है?
उत्तर 2 - जो व्यक्ति धीरज रखने वाला, क्षमाशील, अपने मन पर काबू रखने वाला, किसी की धन की चोरी न करें, शरीर और मन से पवित्र हो इंद्रियों का दास न बने, इंद्रियों को अपने वश में रखें, क्रोध न करें, सत्य का पालन करें ऐसे ही व्यक्ति को धार्मिक कहा जा सकता है।

कक्षा - चौथी पाठ - 2

कक्षा - चौथी

पाठ - 2
आर्य समाज

प्रश्न 1 - आर्य समाज की स्थापना कब, कहां और किसने की?
उत्तर 1 -  आर्य समाज की स्थापना 1875 में, मुम्बई  और स्वामी दयानंद ने की।
प्रश्न 2 - आर्य समाज का वैधानिक मन्तव्य क्या है?
उत्तर 2 - आर्य समाज का वैधानिक मंत्र एक ईश्वर की पूजा करना है।
प्रश्न 3 - आर्य समाज के अनुसार ईश्वर का क्या स्वरूप है?
उत्तर 3 - निराकार।
प्रश्न 4 - आर्य समाज किन बातों का विरोधी है?
उत्तर 4 - बाल विवाह, मद्यपान का विरोधी है।
प्रश्न 5 - आर्य समाज की लोकप्रियता के कोई तीन आधार बताओ।
उत्तर 5-  वेदों की  पुनः प्रतिष्ठा, एक परमात्मा की पूजा,  जात पात का खंडन,  समाज सेवा।

कक्षा - तीसरी पाठ - 2

कक्षा - तीसरी

पाठ - 2
ईश्वर

रिक्त स्थानों की पूर्ति करें :-
1  ईश्वर ________ को कहते हैं।  (स्वामी)
2 हम अच्छा बुरा ________ करते हैं।  (कर्म)
3 हम कर्म करने में ________ हैं।   (स्वतन्त्र)
4 ईश्वर का निज नाम ________ है।  (ओ३म्)
5 ________ संसार को नियम में चलाता है।  (ईश्वर)

Monday, April 6, 2020

कक्षा - तीसरी पाठ - 1

कक्षा - तीसरी

पाठ - 1
ईश्वर महिमा

प्रश्न 1- ऋषि मुनि ध्यान लगाकर किस बात में हार गए?
उत्तर 1- ऋषि मुनि ईश्वर का भेद जानने में हार गए।
प्रश्न 2- परमात्मा कहां-कहां मौजूद है?
उत्तर 2- परमात्मा सब जगह मौजूद है।
प्रश्न 3- भगवान की पूजा का आलीशान मंदिर कौन-सा है?
उत्तर 3- मन।
प्रश्न 4- राजा को रंक और रंक को राजा बनाने की शक्ति किसमें है?
उत्तर 4- ईश्वर में।
प्रश्न 5- 'ईश महिमा' इस गीत के आधार पर परमात्मा का रूप कैसा है?
उत्तर 5- परमात्मा का रूप सर्वव्यापक है।

सही गलत लिखेंं।
1 भगवान का रूप महान् है।                (सही)
2 भगवान ने राजा रंक बनाए है।           (सही)
3 ईश्वर की लीला महान है।                  (सही)
4 भगवान सब जगह मौजूद नहीं है।     (गलत)

कक्षा - पाचवीं पाठ - 1

                        याचना


हे प्रभु आनंददाता ! ज्ञान हमको दीजिये।

शीघ्र सारे दुर्गुणों को दूर हमसे कीजिये।।

लीजिए हमको शरण में, हम सदाचारी बनें।

ब्रह्मचारी धर्म रक्षक वीरव्रत धारी बनेंं ।।

हिंद मे पैदा हुए हैं हिन्द की सन्तान है।

हिन्द की सेवा करें, वरदान ऐसा दीजियेे।।

प्रेम की गंगा बहे दिल में हमारे रात दिन।

तुमको कभी भूलें नहीं, सद्ज्ञान ऐसा दीजिए।।


प्रश्न उत्तर

प्रश्न 1 - याचना मे प्रभु से क्या देने और क्या दूर करने को कहा गया है?
उत्तर 1- ज्ञान देने और दुर्गुणों को दूर करने को कहा गया है।
प्रश्न2 2 - प्रभु की शरण में जाकर हम क्या बन सकते हैं?
उत्तर 2-  सदाचारी
प्रश्न 3 - याचना मेंं देश के लिये क्या माँग की गई है?
उत्तर 3-  देश सेवा करने की मांग की गई है।
प्रश्न 4 - याचना मे किस सद्ज्ञान की मांग की गई है?
उत्तर 4-  प्रभु को कभी न भूले का  सद्ज्ञान की मांग की गई है।

सही गलत लिखे।

1 हमें सदाचारी बनना चाहिए।    ( सही )
2 हम सब हिंदुस्तान में पैदा हुए हैं।     ( सही )
3 हमें हर रोज भगवान से प्रार्थना करनी चाहिए।    ( सही )
4 हमारे अंदर नफरत की गंगा बहने चाहिए।    ( गलत )


Sunday, April 5, 2020

कक्षा - आठवीं पाठ - 1

कक्षा - आठवीं

पाठ - 1
ओ३म् ध्वज

प्रश्न 1 - 'जयति ओ३म् ध्वज व्योम बिहारी' गीत किस झंडे को फहराने पर बोला जाता है?
उत्तर 1 - ओ३म् ध्वज।

प्रश्न 2 - 'साम्य सुमन विकसाने वाला' का क्या अभिप्राय है?
उत्तर 2 - बराबर रूप से देखने वाला।

प्रश्न 3 - 'इसके नीचे बड़े अभय मन' में 'इसके' का अर्थ बताइए।
उत्तर 3 - 'इसके' शब्द का अर्थ यहाँ  ओ३म्  ध्वज से है।

प्रश्न 4 - वेद ज्ञान के घर घर में भर जाने का क्या लाभ होगा।
उत्तर 4 - वेद ज्ञान के घर-घर में भर जाने से यह लाभ होगा कि सारे संसार के घरों से अविद्या रुपी अज्ञानता का अन्धकार मिट जाएगा और कल्याण करने वाली शान्ति फैलेगी। सबका कल्याण होगा।

प्रश्न 5 - आर्यजनों का अटल निश्चय क्या होना चाहिए?
उत्तर 5 - आर्यजनों का अटल निश्चय सारी पृथ्वी के लोगों को आर्य बनाना होना चाहिए।

कक्षा - सातवीं पाठ - 1

कक्षा - सातवीं 

पाठ - 1
ईशस्तुति

प्रश्न 1 - जग में किसकी सत्ता समाई हुई है?
उत्तर - जग में भगवान की सत्ता समाई हुई।

प्रश्न 2 - हर गुल से किस वस्तु की सुगंधि आ रही है?
उत्तर - हर गुल से भगवान की दया की सुगंधि आ रही है।

प्रश्न 3 - भक्त ने भगवान से क्या विनय की है?
उत्तर 3 - भक्त ने भगवान से अविद्या के अंधकार को दूर करने की विनती है।

कक्षा - चौथी पाठ - 1

कक्षा - चौथी

पाठ - 1
प्रार्थना

प्रश्न 1 - 'सुखी बसे संसार सब' इस गीत में किस अभिलाषा को पूरी करने की प्रार्थना की गई है?
उत्तर 1 - इस संसार में कोई भी दुःखी न रहे।
प्रश्न 2 - दूध, पूत, धन-धन्य से कौन वंचित न रहे?
उत्तर 2 - कोई भी वंचित न रहे।
प्रश्न 3 - प्रार्थना में मन को किस पदार्थ से कोसों दूर भगाने की प्रार्थना की गई है?
उत्तर 3 - राग द्वेष से।
प्रश्न 4 - हम किस चीज़ से बचने के लिए दयालु परमात्मा की दया चाहते हैं?
उत्तर 4 - पाप से।
प्रश्न 5 - हम 'भव' से पार कब हो सकते हैं?
उत्तर 5 - जब हम अच्छे काम करेंगे।
प्रश्न 6 - भगवान के नाम के भरोसे भक्त किस आशा को बनाए रखना चाहता है?
उत्तर 6 - भगवान के धाम की।
प्रश्न 7 - भक्त करतार से सबके दिल, मन और हृदय में किन-किन गुणों को देने की प्रार्थना कर रहा है?
उत्तर 7 - दया, प्रेम, धैर्य और विद्या।
प्रश्न 8 - क्षमा का क्या अर्थ है?
उत्तर 8 - माफ करना।
प्रश्न 9 - 'अपनी गलती/अपराध के लिए क्षमा मांगने से विनम्रता और आत्मशक्ति आती है और हम आगे के लिए सतर्क हो जाते हैं?'
यह कथन कहां तक सत्य है? (शुद्ध उत्तर पर सही लगाएं)
मिथ्या है।
अर्ध सत्य है।
पूर्ण सत्य है।     सही


सही गलत लिखें।
1 भगवान सबकी इच्छा पूरी करते हैं।   सही
2 दिल में दया होनी चाहिए।                सही
3 दूध-पूत से सब वंचित रहे।               गलत
4 बुरे काम करने से बचना चाहिए।       सही