पाठ - 4
उत्तर 1- पहली पंक्ति में भक्तों ने भगवान के साथ माता-पिता, सहायक, स्वामी, सखा आदि का संबंध बताया है।
उत्तर 2- 'जिनकी कुछ और आधार नहीं तिनके तुम रखवाले।' पंक्ति से प्रकट होता है।
कक्षा - आठवीं
पाठ - 2
ओ३म् की महिमा
प्रश्न 1 - भगवान का सर्वश्रेष्ठ नाम क्या है?
उत्तर1 - ओ३म्।
प्रश्न 2 - वाणी में पवित्रता कैसे आती है?
उत्तर2 - ओ३म्।
प्रश्न 3 - जगत का अनुपम आधार कौन है?
उत्तर3 - ओ३म्।
प्रश्न 4 - मानव के मन मंदिर की ज्योति का प्रकाश पुंज कौन है?
उत्तर 4- ओ३म्।
प्रश्न 5 - ओ३म् को प्राप्त कर लेने से मनुष्य की कैसी निष्ठा बन जाती है?
उत्तर5 - लाखों कामों को छोड़कर ओ३म् का जाप करने लग जाता है।
प्रश्न 6 - ओ३म् शब्द की व्याख्या कीजिए।
उत्तर 6- ईश्वर इस सृष्टि को उत्पन्न किया है वहीं इसका पालन करता है और अंत में वही इसे समेट लेता है। ओ३म् के अ,उ,म- ये तीन अक्षर सृष्टि के इस आदि मध्य और अंत के द्योतक हैं।
प्रश्न 7 - गुरु नानक देव जी ने ओ३म् को क्या कहा है?
उत्तर 7- गुरु नानक देव जी ने कहा है
"एक ओंकार सतनाम करता पुरख"
ओ३म् और ओंकार दोनों का तात्पर्य एक ही है।
प्रश्न 8 - ओ३म् का महत्व स्पष्ट कीजिए।
उत्तर 8-ओ३म् ही भवसागर से पार लँघाने वाला है। मानव जीवन का आदि-अंत यही है। भगवान का नाम हमारी परंपरा में जन्म लेते ही बच्चे को मां मंत्र के रूप में दे दिया जाता है।
शीघ्र सारे दुर्गुणों को दूर हमसे कीजिये।।
लीजिए हमको शरण में, हम सदाचारी बनें।
ब्रह्मचारी धर्म रक्षक वीरव्रत धारी बनेंं ।।
हिंद मे पैदा हुए हैं हिन्द की सन्तान है।
हिन्द की सेवा करें, वरदान ऐसा दीजियेे।।
प्रेम की गंगा बहे दिल में हमारे रात दिन।
तुमको कभी भूलें नहीं, सद्ज्ञान ऐसा दीजिए।।
कक्षा - आठवीं