Saturday, December 5, 2020

कक्षा - चौथी पाठ - 21

कक्षा - चौथी

पाठ - 21
वशीकरण मंत्र

रिक्त स्थान की पूर्ति करें -
1 मधुर वचन है ________ (औषधि)
2 कटुक वचन से _______ उपजता है। (दुःख)
3 मीठे वचन औरों को ________ करते हैं। (शीतल)
4 _______ वाणी के कारणे अपना कर लेत। (कोयल)
5 वशीकरण मंत्र _______ वचन बोलना है। (मीठे)
6 हमें _______ वाणी बोलनी चाहिए। (मीठी)

Friday, December 4, 2020

कक्षा - चौथी पाठ - 20

कक्षा - चौथी

पाठ - 20
शिष्टाचार

रिक्त स्थान की पूर्ति करें -
1 झूठ बोलकर अपने _______ मत छिपाओ। (दोष)
2 मेहमान का जल आदि से _________ करो। (सत्कार)
3 किसी की वस्तु _______ पूछो मत लो। (बिना)
4 यातायात के ________ का पालन करो। (नियम)
5 पाठ को ________ पूर्वक सुनो। (ध्यान)
6 अच्छी ________ पढ़ने की आदत डालो। (पुस्तकें)
7 भूल हो जाने पर _________ मांग लो। (क्षमा)
8 सबसे प्रीतिपूर्वक यथायोग्य ________ करो। (व्यवहार)

Thursday, December 3, 2020

कक्षा - सातवीं पाठ - 20

कक्षा - सातवीं

पाठ - 20
हमारी पर्व

प्रश्न 1 - निम्नांकित तिथियाँ जिन पर्वों से संबंध रखती है उनका कोष्टक में नाम लिखें।
1 चित्र शुक्ला प्रतिपदा      ( नव संवत्सर दिवस )
2 चित्र शुक्ला नवमी         ( श्री राम नवमी )
3 वैशाख पूर्णिमा             ( बुद्ध जयंती )
4 श्रावण पूर्णिमा             ( रक्षाबंधन )
5 आषाढ़ पूर्णिमा            ( गुरु पूर्णिमा )
6 अश्विन पूर्णिमा             ( शरद् पूर्णिमा )
7 कार्तिक पूर्णिमा            ( गुरु नानक जयंती )
8 फाल्गुन पूर्णिमा            ( होली )
प्रश्न 2 - सौर मास के अनुसार मनाए जाने वाले किस किसी एक पर्व का नाम और समय बताओ।
उत्तर 2 - लोहड़ी 13 जनवरी।
प्रश्न 3 - इन पर्वों का समय बताओ
1 गांधी दिवस                      -  ( 2 अक्टूबर )
2 महात्मा हंसराज जयंती      -  ( 19 अप्रैल )
3 स्वतंत्रता दिवस                 -  ( 15 अगस्त )
4 गणतंत्र दिवस                   -  ( 26 जनवरी )
5 श्रद्धानंद बलिदान दिवस     -  ( 23 दिसंबर )
6 भगत सिंह बलिदान दिवस  -  ( 23 मार्च )

कक्षा - पांचवीं पाठ - 19

कक्षा - पांचवीं

पाठ - 19
दयानन्द प्रशस्ति

रिक्त स्थान की पूर्ति करें।
1 दयानंद गुमराह के लिए ............. था। (रहनुमा)
2 दयानंद राष्ट्रीय नौका का महान् .............. था। (नाविक)
3 दयानंद की .............. ने हिंदुओं का निशा मिटाने से बचाया। (हिम्मत)
4 दयानंद .............. का प्यारा शिष्य था। (विरजानंद)
5 दयानंद दर्द ............. की दवा था। (वतन)

कक्षा - चौथी पाठ - 19

कक्षा - चौथी

पाठ - 19
पुष्प की अभिलाषा

प्रश्न 1 - यदि आपको फूल माला पहनाई जाए तो आप कैसा अनुभव करेंगे?
उत्तर 1 - तो मैं अपने आप को बड़ा भाग्यशाली समझूंगा/ समझूंगी।
प्रश्न 2 - पुष्पमाला कब कब काम आती है?
उत्तर 2 - पुष्पमाला सजावट, श्रद्धांजलि और विजेताओं के सम्मान देने जैसे अन्य मौकों पर काम आती है।
प्रश्न 3 - सम्राटों के शव पर फूल उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए डाले जाते है या सजाने के लिए?
उत्तर 3 - श्रद्धांजलि देने के लिए।
प्रश्न 4 - 'पुष्प की अभिलाषा' कविता में फूल की क्या इच्छा है
उत्तर 4 - फूल की इच्छा है कि उसे उस रास्ते पर फेंका जाए जिस रास्ते पर वीर अपने देश की रक्षा करने के लिए जाते हैं।
प्रश्न 5 - 'पुष्प की अभिलाषा' कविता के माध्यम से कवि पाठकों या श्रोताओं में कौन सी भावना उत्पन्न करना चाहता है?
उत्तर 5 - राष्ट्रीय भावना।

Wednesday, December 2, 2020

कक्षा - आठवीं पाठ - 19

कक्षा - आठवीं

पाठ - 19
राष्ट्रीय गीत

प्रश्न 1 - राष्ट्रीय गीत में भारत माता का स्वरूप कैसा बताया गया है?
उत्तर 1 - इस गीत में भारत माता का स्वरूप सुंदर जल वाली, सुंदर फलवाली, चंदन से शीतल, खेती से हरी-भरी बताया गया है।
प्रश्न 2 - भारत भूमि को माता क्यों कहा गया है?
उत्तर 2 - भारत भूमि हमें माँँ के समान नज़र आती है। इसमें मांँ जैसी कोमलता, स्पष्ट झलकती है। यह हमें अपनी संतान की तरह पालती है। इसी कारण मातृभूमि को माता कहा गया है।
प्रश्न 3 - राष्ट्रीय गीत किस भाषा में लिखा गया है?
उत्तर 3 - राष्ट्रीय गीत संस्कृत भाषा में लिखा गया है।

कक्षा - सातवीं पाठ - 19

कक्षा - सातवीं

पाठ - 19
अटल प्रीति

      'अटल प्रीति' गीत के अनुसार निम्नांकित प्रेमी भक्त और प्रिय भगवान संबंधी दोनों वर्गों से एक-एक शब्द लेकर उसका जुड़ा बनाएं -
(क) चांद, कमलफूल, ज्योति, चुम्बक, मीन।
(ख) भौंरा, पतंगा, चकोर, पानी, लोहा।
      प्रिय               प्रेमी
1) चांद            -  चकोर
2) कमलफूल    -  भौंरा
3) ज्योति         -  पतंगा
4) चुंबक          -  लोहा
5) मीन             - पानी

कक्षा - छठी पाठ - 19

कक्षा - छठी

पाठ - 19
शुभ कामना

प्रश्न 1 - सुविचार किस प्रकार बढ़ सकते हैं?
उत्तर 1 - वेद पढ़कर सुविचार बढ़ सकते हैं।
प्रश्न 2 - ऊपर कब और कैसे चढ़ा जा सकता है?
उत्तर 2 - वेदों का ज्ञान प्राप्त कर के ऊपर चढ़ा जा सकता है।
प्रश्न 3 - कवि सविता देव से क्या वर मांग रहे है?
उत्तर 3 - कवि सविता देवी से आर्य बनने और सारे संसार को आर्य बनाने का वर मांग रहा है।
प्रश्न 4 - सारी वसुधा को परिवार कब कहा जा सकता है?
उत्तर 4 - सारी वसुधा को परिवार तब कहा जाएगा जब सारे संसार के लोग वेदों के बताए गए मार्ग पर चलेंगे।

Saturday, November 28, 2020

कक्षा - पांचवीं पाठ - 18

कक्षा - पांचवीं

पाठ - 18
सरदार भगत सिंह

प्रश्न 1 - भगत सिंह के बाबा, पिता और भाई का नाम बताओ।
उत्तर 1 - भगत सिंह के बाबा का नाम अर्जुन सिंह, पिता का नाम किशन सिंह और भाई का नाम जगतसिंह था।
प्रश्न 2 - भगत सिंह ने पढ़ाई क्यों छोड़ दी? वे कहां पढ़ते थे?
उत्तर 2 - गांधी जी द्वारा असहयोग आंदोलन में भाग लेने के लिए भगत सिंह ने अपनी पढ़ाई छोड़ दी। वह डी.ए.वी. कॉलेज लाहौर में पढ़ते थे।
प्रश्न 3 - भगत सिंह के यज्ञोपवीत संस्कार के समय उनके दादाजी ने क्या घोषणा की?
उत्तर 3 - दादा जी ने घोषणा की, "मैं अपने इन दोनों बच्चों (जगत सिंह और भगत सिंह) को इस यज्ञवेदी पर खड़े होकर देश सेवा के महान यज्ञ के लिए समर्पित करता हूं।"
प्रश्न 4 - भगत सिंह को किस अपराध के लिए मृत्युदंड दिया गया।
उत्तर 4 - दिल्ली असेंबली में दो बम फोड़ने के अपराध में भगत सिंह को मृत्युदंड दिया गया।
प्रश्न 5 - भगत सिंह का बलिदान दिवस किस मास की किस तारीख को बनाया जाता है?
उत्तर 5 - भगत सिंह का बलिदान दिवस 23 मार्च को मनाया जाता है।

कक्षा - चौथी पाठ - 18

कक्षा - चौथी

पाठ - 18
महारानी लक्ष्मी बाई

प्रश्न 1 - भारत का प्रथम स्वाधीनता का संग्रह कब लड़ा गया?
उत्तर 1 - भारत का प्रथम स्वाधीनता का संग्रह 1857 में लड़ा गया।
प्रश्न 2 - प्रथम स्वाधीनता का संग्रह के प्रचार और प्रसार का चिन्ह क्या था?
उत्तर 2 - कमल का फूल और रोटी।
प्रश्न 3 - लक्ष्मीबाई के बचपन का नाम क्या था?
उत्तर 3 - लक्ष्मीबाई के बचपन का नाम मनु था।
प्रश्न 4 - लक्ष्मीबाई के माता पिता का नाम बताओ
उत्तर 4 - लक्ष्मी बाई की माता का नाम भागीरथी तथा पिता मोरोपंत थे।
प्रश्न 5 - लक्ष्मीबाई की वीरता का एक उदाहरण दो।
उत्तर 5 - लक्ष्मी बाई भारत की आजादी के लिए अंग्रेजों से वीरता के साथ आखरी दम तक लड़ी।
प्रश्न 6 - लक्ष्मी बाई के संबंध में इतिहासकारों का क्या कहना है?
उत्तर 6 - इतिहासकारों का कहना है कि यदि लक्ष्मीबाई को 1857 सैनिक संग्राम का सेनापति चुना जाता तो भारतीय सेना की कभी हार नहीं होती।
सही गलत लिखे -
1 चंचल और नटखट होने के कारण मनु को छबीली कहा जाने लगा।      सही
2 1857 में भारत में स्थान-स्थान पर अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह छिड़ गया।      सही
3 लक्ष्मी भाई कर्नाटक की रानी थी।      गलत
4 महारानी ने वीरता और साहस से अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए।      सही
5 महाराजा गंगाधर राव की मृत्यु ज़हर खाने से हुई।      गलत

कक्षा - छठी पाठ - 18

कक्षा - छठी

पाठ - 18
सिद्धांत बोध प्रश्नोत्तरी

प्रश्न 1 - आर्य और दस्यु का अंतर बताइए
उत्तर 1 - आर्य - जो उत्तम स्वभाव वाला, सदाचारी, धर्मात्मा, परोपकारी, सत्य, विद्या आदि से पूर्ण और सनातन वैदिक सिद्धांतों को मानने वाला है। उसको आर्य कहते हैं।
दस्यु - जो आर्य स्वभाव के विपरीत स्वभाव वाले अर्थात् हिंसक नास्तिक, चोर और दुष्ट पुरुष हैं, उन्हें दस्यु या अनार्य कहते हैं।
प्रश्न 2 - वर्ण तथा जाति में क्या अंतर है?
उत्तर 2 - वर्ण - गुण कर्म स्वभाव से जो कार्यक्रम चुना जाता है उसे वर्ण कहते हैं।
जाति - जाति जन्म के आधार पर निश्चित होती है। जैसे मानव, गधा, घोड़ा आदि।
प्रश्न 3 - वर्ण कितने हैं? उनके नाम लिखिए।
उत्तर 3 - वर्ण चार है -
1 ब्राह्मण
2 क्षत्रिय
3 वैश्य
4 शूद्र
प्रश्न 4 - आश्रम कितने हैं? उनके नाम लिखिए।
उत्तर 4 - आश्रम चार हैं -
1 ब्रह्मचर्य आश्रम
2 गृहस्थ आश्रम
3 वानप्रस्थ आश्रम
4 संन्यास आश्रम
प्रश्न 5 - संन्यासी और वानप्रस्थी में क्या अंतर है?
उत्तर 5 -वानप्रस्थ - गृहस्थ से निर्मित होकर वन में या घर से बाहर, आश्रम आदि में रहते हुए ध्यान करना धार्मिक क्रियाओं का संपादन करना तथा समाज की सेवा करते रहना वानप्रस्थ कहलाता है।
संन्यास - परिवार की सीमा को छोड़कर केवल मानव रूप में जीवन को समाज के अर्पण कर देना संन्यास है।

कक्षा - सातवीं पाठ - 18

कक्षा - सातवीं

पाठ - 18
अंधविश्वास का फल

प्रश्न 1 - सिन्ध पर आक्रमण करते समय मोहम्मद बिन कासिम की आयु क्या थी?
उत्तर 1 - सिंध पर आक्रमण करते समय मोहम्मद बिन कासिम की आयु बीस वर्ष थी।
प्रश्न 2 - उस समय सिन्ध देश पर किस राजा का राज था?
उत्तर 2 - उस समय सिन्ध देश पर राजा दाहर का राज्य था।
प्रश्न 3 - मोहम्मद वारिस ने राजा दाहर की आज्ञा का उल्लंघन क्यों किया?
उत्तर 3 - मोहम्मद वारिस और मोहम्मद बिन कासिम दोनों ही मुसलमान थे। मुसलमानों का मजहब उन्होंने आपस में लड़ने की आज्ञा नहीं देता। इसीलिए मोहम्मद वारिस ने राजा दाहर की आज्ञा का उल्लंघन किया।
प्रश्न 4 - राजा दाहर की विजय को पराजय में बदलने का पुजारी ने क्या उपाय बताया?
उत्तर 4 - पुजारी ने उसे बताया कि सामने मंदिर के शिखर पर जो ध्वज लगा हुआ है, उसे गिरा दिया जाए तो हिंदुओं की कमर टूट जाएगी, वे समझ लेंगे देवता अप्रसन्न हो गए हैं और युद्ध बंद कर देंगे।
प्रश्न 5 - राजा दाहर के तहखाने में कितना सोना रखा हुआ था?
उत्तर 5 - राजा दाहर के तहखाने में 17,200 मन सोना रखा हुआ था।

Friday, November 27, 2020

कक्षा - आठवीं पाठ - 18

कक्षा - आठवीं

पाठ - 18
न्यायमूर्ति डॉ. मेहरचंद महाजन

प्रश्न 1 - मेहरचंद महाजन का जन्म कब और कहां हुआ।
उत्तर 1 - मेहरचंद महाजन का जन्म 23 दिसंबर 1889 को हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के गांव टिक्का नगरोट में हुआ।
प्रश्न 2 - डॉ. मेहरचंद महाजन की धाय मां का क्या नाम था?
उत्तर 2 - डॉ. मेहरचंद महाजन की धाय मां का नाम रंगटू था।
प्रश्न 3 - बालक मेहरचंद को इनके पिता ने धाय मां को क्यों दिया?
उत्तर 3 - जब बालक मेहरचंद का जन्म हुआ तो ज्योतिषियों को बुलाकर उसका भाग्य जानने का यत्न किया गया। परंतु ज्योतिषियों ने बालक को अशुभ घोषित कर दिया। इससे दुखी होकर पिता श्री बृजलाल ने इस बालक को एक राजपूतानी आया रंगटू को सौंप दिया।
प्रश्न 4 - मेहरचन्द महाजन को सर्वोच्च न्यायालय का न्यायधीश कब बनाया गया?
उत्तर 4 - मेहरचन्द महाजन को सर्वोच्च न्यायालय का न्यायधीश 4जनवरी 1954 बनाया गया।
प्रश्न 5 - महाजन जी को कश्मीर का प्रधानमंत्री कब बनाया गया?
उत्तर 5 - महाजन जी को कश्मीर का प्रधानमंत्री 18 सितंबर 1947 बनाया गया।
प्रश्न 6 - प्रधानमंत्री काल में डॉ. महाजन ने कश्मीर से भारत को जोड़े रखने के लिए क्या कार्य किए?
उत्तर 6 - प्रधानमंत्री कार्यकाल में इन्होंने कश्मीर को भारत से जोड़े रखने के लिए अनेक महत्वपूर्ण कार्य किए। भारत और कश्मीर को जोड़ने वाली सड़कों का निर्माण कराया, कश्मीर में रेडियो स्टेशन की स्थापना करवाई। महाजन जी की प्रेरणा से ही महाराजा ने कश्मीर में डी.ए.वी. संस्थाओं की स्थापना के लिए विशाल भूमि दान दी और वहाँँ पर अनेकानेक डी.ए.वी. शिक्षण संस्थान की स्थापना की।
प्रश्न 7 - भारत विभाजन के समय डॉ. महाजन ने डी.ए.वी. की किस प्रकार रक्षा की?
उत्तर 7 - भारत विभाजन से डी.ए.वी. को भी बहुत बड़ी क्षति पहुंची। जनता के दान से बनाई गई शिक्षण संस्थाएँँ पाकिस्तान में ही रह गई। धन का नितान्त अभाव हो गया था। डी.ए.वी. के असंख्य कर्मचारी बेघर हो गए थे। पाकिस्तान से आने वाले असंख्य छात्र-छात्राओं का भविष्य अंधकारमय हो गया था। डॉ. महाजन ने अपनी दूरदृष्टि का परिचय देते हुए डी.ए.वी. का कार्यकाल जालंधर से दिल्ली लाने की प्रेरणा तत्कालीन नेताओं को दी। यदि भारत-विभाजन के समय डॉ. महाजन डी.ए.वी. का मार्गदर्शन न करते तो ना मालूम आज डी.ए.वी. का स्वरूप क्या होता?
प्रश्न 8 -डॉ. महाजन की डी.ए.वी. सेवाओं का महत्व स्पष्ट कीजिए।
उत्तर 8 - न्यायालय की सेवा से निवृत्त हो जाने पर डी.ए.वी. प्रधानमंर्त्री समिति के प्रधान बने। यद्यपि इस सेवा निवृत्ति के पश्चात उन्हों राज्यपाल या राजपूत बनने की पेशकश की गई थी किंतु इन्होंने इसे अस्वीकार कर दिया। अब महाजन साहब का प्रेम आर्यसमाज डी.ए.वी. और कृषि पर विशेष रूप में प्रकट हुआ। वे आर्यसमाज के सत्संगों, कथाओं तथा उत्सवों में नियम पूर्वक उत्साह से भाग लिया करते थे।
प्रश्न 9 - भारत के राष्ट्रपति डॉ. जाकिर हुसैन ने जस्टिस मेहरचंद महाजन के लिए क्या शब्द कहे थे?
उत्तर 9 - भारत के राष्ट्रपति डॉ. जाकिर हुसैन ने जस्टिस महाजन के संबंध में ये शब्द कहे थे, "अनेक महत्वपूर्ण कमीशनों के सदस्य के रूप में, अनेक शिक्षक संस्थाओं के संचालक, उच्च न्यायालय के न्यायाधीश तथा उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में जस्टिस महाजन ने अपना उत्तरदायित्व शानदार ढंग से निष्ठापूर्वक निभाया। वे उच्चकोटि के न्यायविद् और भारतमाता के सच्चे समर्पित पुत्र थे।

कक्षा - तीसरी पाठ - 17

 कक्षा - तीसरी

पाठ 17
आरती

प्रश्न 1 - भगवान भक्तों के संकट कितनी देर में दूर कर देते हैं?
उत्तर 1 - भगवान भक्तों के संकट एक क्षण में दूर कर देते हैं।
प्रश्न 2 - भगवान को ध्याने का क्या फल मिलता है?
उत्तर 2 - भगवान को ध्याने से दुःखों का नाश होता है।
प्रश्न 3 - भक्त भगवान की ही शरण क्यों ग्रहण करना चाहता है?
उत्तर 3 - क्योंकि भगवान के बिना उसका कोई और नहीं है।
प्रश्न 4 - भक्त भगवान से मिलने की विधि क्यों ढूंढना चाहता है?
उत्तर 4 - क्योंकि भगवान दयालु हैं।

कक्षा - आठवीं पाठ - 17

कक्षा - आठवीं

पाठ - 17
डी.ए.वी. संस्थाएँ

प्रश्न 1 -डी.ए.वी. संस्था की स्थापना के पीछे क्या भावना थी? वह भावना क्यों पैदा हुई?
उत्तर 1 - 30 अक्टूबर 1883 में स्वामी दयानंद के देहांत के बाद उनके आदर्शों को बनाए रखने के लिए विचार रखा गया, "स्वामी जी ने जीवन भर स्वदेश, मानव जाति और वैदिक धर्म की सेवा की है इसीलिए हमें उनके ऋणी हैंं। इस ऋण को चुकाने के लिए उनके नाम से एक स्मारक स्थापित किया जाए।" अतः इस उद्देश्य को सामने रखकर लाहौर में 1885 में दयानंद एंग्लो वैदिक (डी.ए.वी.) कॉलेज ट्रस्ट एवं मैनेजमेंट सोसायटी की स्थापना की गई। डी.ए.वी. ने वैदिक लौकिक संस्कृति, भारतीय संस्कृति की शिक्षा, प्राच्य और पाश्चात्य शिक्षा छात्रों को देकर भारतीय संस्कृति को बढ़ाया।
प्रश्न 2 - डी.ए.वी. शिक्षण संस्था की स्थापना के समय आर्य नेताओं की दृष्टि किन तीन बातों की ओर प्रारंभ से ही रही? इसकी पूर्ति कैसे हुई?
उत्तर 2 -डी.ए.वी. संस्था के संस्थापक आर्य नेताओं ने शिक्षण संस्थाओं को चलाने के लिए तीन बातों की ओर विशेष ध्यान दिया :
आत्मनिर्भरता
स्वार्थ त्याग
मितव्ययता (कम खर्च करने करके ऊँचे लक्ष्य की प्राप्ति)
आत्मनिर्भर : वर्तमान में डी.ए.वी. कॉलेज ट्रस्ट एवं मैनेजमेंट कमेटी देश की सबसे बड़ी गैर-सरकारी स्वावलम्बी शिक्षण संस्था है। अतः यह संस्था पूर्णतया निर्भर आत्मनिर्भर है।
स्वार्थ त्याग : डी.ए.वी. संस्था में जुड़े लोगों ने त्याग भावना कूट-कूट कर भरी है। स्वार्थ त्याग इस संस्था का आदर्श रहा है।आर्य जनों ने आजीवन सदस्य बनकर मात्र ₹75 मासिक या अवैतनिक कार्य करके इस संस्था की सेवा की।
मितव्ययता : मितव्ययता की दृष्टि से डी.ए.वी. संस्थाएँँ आदर्श मानी जाती है। जनता द्वारा श्रद्धापूर्वक दिए गए दान से आज भी बिना किसी फालतू खर्च के ये संस्थाएँँ अपने उद्देश्यों को पूर्ण करने में सक्षम है।
प्रश्न 3 - डी.ए.वी. संस्था में किन-किन महानुभावों का विशेष हाथ रहा।
उत्तर 3 - डी.ए.वी. संस्था में वख्शी रामरत्न, प्रि. मेहरचंद्र महाजन, पंडित राजाराम व त्यागशील महानुभावों के शिरोमणि महात्मा हंसराज का योगदान दिया।
प्रश्न 4 - शिक्षा जीवन में कैसे उपयोगी (महत्वपूर्ण) है?
उत्तर 4 - शिक्षा समाज का आईना है। शिक्षा जन-जागृति और समाज सेवा का संदेश देती है। हमारे जीवन मूल्यों की रक्षा करती है। देश की नैतिक, चारित्रिक, संस्कृतिक डोर को भी शक्ति से थामे रखती है। व्यक्ति के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण योगदान देती है।
प्रश्न 5 - 'डी.ए.वी. संस्था भारतीय संस्कृति के प्रति जागरुक है।' स्पष्ट करें।
उत्तर 5 - वैदिक एवं आधुनिक शिक्षा का संगम डी.ए.वी. शिक्षण संस्थान प्रत्येक विद्यालय में धर्म शिक्षक की नियुक्ति करता है और यज्ञशाला का निर्माण करने की प्रेरणा देता है। ताकि भारतीय संस्कृति की जड़ें पक्की रहेंं। आज देश की सबसे बड़ी गैर-सरकारी संस्था होने पर भी यह संस्था व्यापक रूप से शिक्षा के क्षेत्र में होने वाली गतिविधियों की पूर्ण जानकारी रखती है। यही कारण है कि आज की भौतिकवादी युग में जहां युवा पीढ़ी पाश्चात्य संस्कृति को अपनाने के लिए लालायित रहती है, वहां डी.ए.वी. संस्थाएं भारतीय संस्कृति का ध्वज ऊंचा रखने का प्रयास करती है।
प्रश्न 6 - आर्यजनों का डी.ए.वी. संस्था की स्थापना के पीछे क्या उद्देश्य था?
उत्तर 6 - आर्यजनों द्वारा डी।ए.वी. संस्था के लिए जो उद्देश्य रखे गए वह यह थे :
1 हिंदी भाषा तथा उसके पढ़ने का प्रबंध।
2  वैदिक संस्कृति और संस्कृत भाषा के पढ़ाने की व्यवस्था।
3 अंग्रेजी भाषा एवं विज्ञान की शिक्षा का पूर्ण प्रबंध।
4 शिल्प शिक्षा द्वारा व्यवसाय की शिक्षा।

कक्षा - सातवीं पाठ - 17

कक्षा - सातवीं

पाठ - 17
 रोगी कौन नहीं?

प्रश्न 1 - हितभुक् का क्या अर्थ है?
उत्तर 1 - हितभुक् का अर्थ है ऐसी वस्तुएं खाने वाला जो स्वास्थ्य के लिए अच्छी है। वे वस्तुएं प्रयोग करो जिसमें केवल जीह्वा को ही स्वाद ना आए, शरीर को भी शक्ति भी मिले।
प्रश्न 2 - रोगी न होने के लिए भोजन में किन-किन वस्तुओं का ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर 2 - रोगी न होने के लिए भोजन में निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए।
i) ऐसी वस्तुएं खानी चाहिए जो स्वास्थ्यवर्धक हो। हानिकारक न हो।
ii) हमें जरूरत से ज्यादा नहीं खाना चाहिए।
iii) हमें पाप का अन्न नहीं खाना चाहिए।
प्रश्न 3 - चरक मुनि ने पक्षी बनकर 'कोरुक' का प्रश्न वैद्यों से क्यों किया?
उत्तर 3 - क्योंकि उनके मन में विचार आया कि चलो और देखूं लोग मेरे बताए हुए मार्ग पर चलते भी हैं या नहीं? मेरा परिश्रम सफल हुआ या नहीं?
प्रश्न 4 - मितभुक् ना होने का क्या परिणाम हो सकता है?
उत्तर 4 - मितभुक् ना होने से स्वास्थ्य बिगड़ सकता है क्योंकि  मर्यादा से अधिक पिया हुआ अमृत भविष्य बन जाता है।
प्रश्न 5 - पाप का अन्न खाने का क्या परिणाम हो सकता है?
उत्तर 5 - पाप के अन्न से आत्मा गिरती है। आगे बढ़ता हुआ मनुष्य इससे पीछे हटता है।

Thursday, November 26, 2020

कक्षा - पांचवीं पाठ - 17

कक्षा - पांचवीं

पाठ - 17
लाला लाजपत राय

प्रश्न 1 - 'लाल बाल पाल' त्रयी के तीनों नाम बताओ।
उत्तर 1 - लाल - लाला लाजपतराय।
बाल - बाल गंगाधर तिलक।
पाल - विपिन चंद्र पाल।
प्रश्न 2 - लाला लाजपतराय के माता-पिता तथा जन्म स्थान का नाम बताओ।
उत्तर 2 - लाला लाजपतराय की माता का नाम गुलाब देवी तथा पिता राधाकृष्ण थे। उनका जन्म 28 फरवरी 1865 में उनके ननिहाल ढुडिके में हुआ।
प्रश्न 3 - लाला लाजपतराय ने कांग्रेस के प्रोग्राम में क्या परिवर्तन किया?
उत्तर 3 - उस समय कांग्रेस स्वाधीनता की नहीं अपितु सुधार की पार्टी थी। लाला लाजपतराय ने कांग्रेस की सामाजिक और शैक्षिक गतिविधियों का विस्तार किया और उसे धीरे-धीरे भारत को स्वाधीनता के साथ जोड़ दिया।
प्रश्न 4 - लाला लाजपतराय ने अछूतोंद्धार के लिए क्या किया?
उत्तर 4 - लाला लाजपतराय ने अछूतोंद्धार के लिए मुक्ति सेना का गठन किया।
प्रश्न 5 - लाला लाजपत राय की मृत्यु किस प्रकार हुई
उत्तर 5 - साइमन कमीशन का विरोध करते हुए पुलिस द्वारा बरसाई गई लाठियां लाला जी के सिर और छाती पर पड़ी। इससे गहरी चोट के परिणाम स्वरूप 17 नवंबर 1928 में उनकी मृत्यु हो गई।
प्रश्न 6 - लाला लाजपत राय के गुण बताओ।
उत्तर 6 - लाला लाजपतराय सच्चे अर्थों में क्रांतिकारी थे। वे गर्म दल के नेता थे। वह शेर की तरह निडर और साहसी थे।

सही गलत लिखे।
1 लाला लाजपतराय का जन्म 22 फरवरी 1860 में हुआ।    गलत
2 लाला लाजपतराय की माता का नाम गुलाब देवी था।    सही
3  लाला लाजपतराय में 1960 में किसान आंदोलन चलाया।    सही
4 1916 लाजपतराय ने इंडियन होम रूल लीग की स्थापना की थी।    सही
5  लाला लाजपतराय की पुस्तक का नाम फादर इंडिया था।    सही

कक्षा - चौथी पाठ - 17

कक्षा - चौथी

पाठ - 17
महात्मा गांधी

प्रश्न 1 - महात्मा गांधी का पूरा नाम बताओ।
उत्तर 1 - महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास कर्मचन्द गांधी था।
प्रश्न 2 - महात्मा गांधी के माता पिता का नाम बताओ।
उत्तर 2 - महात्मा गांधी के पिता का नाम कर्मचन्द गांधी तथा माता का नाम पुतलीबाई था।
प्रश्न 3 - महात्मा गांधी के जन्म कहां हुआ।
उत्तर 3 - महात्मा गांधी का जन्म पोरबंदर में हुआ।
प्रश्न 4 - विलायत जाते समय गांधी जी से उनकी माता ने क्या प्रतिज्ञा कराई?
उत्तर 4 - विलायत जाते समय गांधी जी से उनकी माता ने प्रतिज्ञा करवाई कि वह मांस नहीं खाएंगे, शराब नहीं पिएंगे तथा वह सदा सदाचार का जीवन व्यतीत करेंगे।
प्रश्न 5 - महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका क्यों गए थे? वहां जाकर उन्होंने क्या किया?
उत्तर 5 - महात्मा गांधी एक मुकदमे की पैरवी करने के लिए दक्षिण अफ्रीका गए थे। वहां जाकर उन्होंने भारतीयों के सम्मान के लिए सत्याग्रह किया।
प्रश्न 6 - प्रथम विश्वयुद्ध के समय महात्मा गांधी ने अंग्रेजो की सहायता क्यों की?
उत्तर 6 - क्योंकि अंग्रेजों ने वादा किया था कि युद्ध जीतने के बाद वह भारत को आज़ाद कर देंगे।
प्रश्न 7 - महात्मा गांधी की हत्या किसने की?
उत्तर 7 - महात्मा गांधी की हत्या नाथूराम गोडसे ने की।
सही गलत लिखें।
1 महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था।       सही
2 कंस का वध श्रीराम ने किया।      गलत
3 गांधी जी स्कूल में नकल करते पकड़े गए।      गलत
4 भारत लौटकर गांधी जी ने कांग्रेस की बागडोर संभाली।      सही
5  9 अगस्त 1942 ईस्वी को अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन चलाया गया।      सही
6  नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी को तीन गोलियां मारी।      सही
7 महात्मा गांधी का जन्म 3 अक्टूबर 1869 ईस्वी में हुआ।
      गलत

कक्षा - छठी पाठ - 17

कक्षा - छठी

पाठ - 17
मस्ताना जोगी

प्रश्न 1 - मस्ताना जोगी से क्या अभिप्राय है?
उत्तर 1 - मस्ताना जोगी स्वामी दयानंद को कहा गया है।
प्रश्न 2 - बेड़ा किसे कहते हैं? भारत का बेड़ा पार करनी से क्या अभिप्राय है?
उत्तर 2 - बेड़ा उद्धार को कहते हैं। भारत का बेड़ा पार करने का भाव वेद रूपी प्रकाश घर-घर फैलाने से है।
प्रश्न 3 - दयानंद का क्या घातक था?
उत्तर 3 - दयानंद का घातक जगन्नाथ रसोइया था।
प्रश्न 4 - विधवा उद्धार, शुद्धि प्रचार तथा दलितों पर उपकार का अभिप्राय बताइए।
उत्तर 4 - विधवा उद्धार से भाव है कि विधवा का पुनर्विवाह तथा शुद्धि प्रचार का अर्थ शब्द ज्ञान का प्रचार करने से तथा दलितों पर उपकार का अर्थ है जात पात का भेदभाव मिटाना।
प्रश्न 5 - मस्ताना जोगी ने जाति का भार हल्का कैसे किया?
उत्तर 5 - वेदों की शिक्षा करके तथा सत्यार्थ प्रकाश की रचना करके जाति का भार हल्का किया।

Saturday, November 21, 2020

कक्षा - आठवीं पाठ - 16

कक्षा - आठवीं

पाठ - 16
सत्यार्थ प्रकाश

प्रश्न 1 - ईश्वर के कोई पांच नाम बता कर उनकी व्याख्या कीजिए।
उत्तर 1 - i) विराट : जो बहु प्रकार की जगत् को प्रकाशित करता है।
ii)  अग्नि : जो ज्ञानस्वरूप, सर्वज्ञ और पूजा करने योग्य है।
iii) मित्र : जो सबका मित्र है, सबसे स्नेह करता है।
iv) बृहस्पति : बड़ों से बड़ा एवं अकाश तथा ब्रह्मांड का स्वामी।
v) विष्णु : चर और अचर जगत् में व्यापक।
vi) शिव : सबका कल्याण करने वाला।
vii) यम : सब प्राणियों को कर्मों के अनुसार फल देने वाला।
viii) ब्रह्मा : संपूर्ण जगत् को रचने वाला।
प्रश्न 2 - स्वामी दयानंद ने बच्चे का परम गुरु किसे माना है?
उत्तर 2 - स्वामी दयानंद ने बच्चे का परम गुरु माता को माना है।
प्रश्न 3 - स्वामी जी के अनुसार माता-पिता का अपने बच्चों के प्रति परम कर्तव्य क्या है?
उत्तर 3 - स्वामी जी के अनुसार पांच वर्ष की आयु तक माता को ही बच्चे को शिक्षित करना चाहिए। माता का अर्थ है निर्माण करने वाली। माता को बालक के स्वास्थ्य, चरित्र निर्माण की ओर पूरा ध्यान देना चाहिए। छह से आठ वर्ष की आयु तक बालक को पिता से शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए। पिता का कर्तव्य है कि वह बालक को शिष्टाचार की शिक्षा दें।
प्रश्न 4 - स्वामी दयानंद के अनुसार कोई देश सौभाग्यवान कैसे बन सकता है?
उत्तर 4 - जिस देश में यथायोग्य ब्रह्मचर्य, विद्या और वेदों के धर्म का प्रचार होता हो। वही देश सौभाग्यवान बन सकता है।
प्रश्न 5 - वर्ण व्यवस्था का आधार क्या होना चाहिए?
उत्तर 5 - वर्ण व्यवस्था भी गुण, कर्म तथा स्वभाव के आधार पर की जानी चाहिए, जन्म के आधार पर नहीं। किसी भी व्यक्ति को उसके जन्म के आधार पर नहीं बल्कि कर्मों के आधार पर ब्राह्मण या क्षत्रियआदि कहा जाना चाहिए।
प्रश्न 6 - चारों आश्रमों के नाम लिखें
उत्तर 6 - चारों आश्रमों के नाम निम्नलिखित है
ब्रह्मचर्य आश्रम
गृहस्थ आश्रम
वानप्रस्थ आश्रम
संन्यास आश्रम
प्रश्न 7 - एक अच्छे राजा में क्या-क्या गुण आवश्यक है?
उत्तर 7 - राजा का जीवन आदर्श होना चाहिए। उसमें कोई भी बुराई या दुर्गुण नहीं होना चाहिए। राजा को प्रजा के साथ पूरा न्याय करना चाहिए तथा न्याय करते समय पक्षपात नहीं करना चाहिए। अपराधी को कड़े से कड़ा दंड मिलना चाहिए। राज, शासन और दंड तीनों एक साथ रहते हैं।
प्रश्न 8 - सृष्टि की रचना को कितने वर्ष हो गए हैं?
उत्तर 8 - सृष्टि को उत्पन्न हुए एक अरब, छियानवे करोड़, आठ लाख, तिरपन हजार वर्ष (1,96,08,53,000 वर्ष) हो गए हैं।
प्रश्न 9 - स्वराज्य के विषय में स्वामी दयानंद के क्या विचार हैं?
उत्तर 9 - स्वामी जी के अनुसार कोई भी विदेशी राज्य चाहे कितना भी अच्छा क्यों ना हो, स्वदेशी राज्य के समान नहीं हो सकता। विदेशी राज्य में कोई भी सुखी नहीं रह सकता।
प्रश्न 10 - सत्यार्थ प्रकाश की अंतिम चार समुल्लास में क्या बताया गया है?
उत्तर 10 - ग्यारहवें, बारहवें, तेरहवें और चौदहवें समुल्लास में स्वामी जी हिंदू मत, बौद्ध एवं जैन मत, ईसाई मत और इस्लाम मत के जो अंधविश्वास है, उनकी सबकी समालोचना की है।
प्रश्न 11 - मनुष्य का मुख्य कर्तव्य क्या है?
उत्तर 11 - जिस-जिस कर्म से जगत का उपकार हो, वह-वह कर्म करना और हानिकारक कर्मों को छोड़ देना ही मनुष्य का मुख्य कर्तव्य है।
प्रश्न 12 - स्वामी दयानंद ने सत्यार्थ प्रकाश की रचना क्यों की?
उत्तर 12 - स्वामी दयानंद ने सत्यार्थ प्रकाश की रचना का मुख्य प्रयोजन सत्य-सत्य के अर्थ का प्रकाश करना। उन्होंने विश्व सेअज्ञान, अधर्म, असत्य को मिटाने के उद्देश्य को समक्ष रखा। परंतु उनका मुख्य उद्देश्य दूसरों को चोट पहुंचाना नहीं था। वह तो सत्य और असत्य की विवेचना करने करके सबका सत्य और ज्ञान से परिचय कराना चाहते थे।

कक्षा - सातवीं पाठ - 16

कक्षा - सातवीं

पाठ - 16
मेरा देश

प्रश्न 1 - हमारे देश के कितने नाम हैं और कौन-कौन से हैं?
उत्तर 1 - हमारे देश के अनेक नाम है - आर्यवर्त्त, भारतवर्ष, हिंदुस्तान और इंडिया।
प्रश्न 2 - राष्ट्र किसे कहते हैं सच्चा राष्ट्रभक्त कौन सा है?
उत्तर 2 - संस्कृति, इतिहास, भूमि इन तीनों सम्पदाओं के समूह का नाम राष्ट्र है। संस्कृति, इतिहास, भूमि इन तीनों से जो प्रेम करता है वही सच्चा राष्ट्रभक्त है।
प्रश्न 3 - पुरुष के रूप में इस देश का वर्णन करो?
उत्तर 3 - पंजाब और बंगाल इसके दो हाथ है। कटाक्ष और पुष्पराज इसके दो नेत्र है। उत्तर प्रदेश वक्षस्थल है। महाकौशल हृदय है। नासिका इसकी नाभि है। त्रावणकोर और रामेश्वरम् इसकी दो चरण है। सागर इसका चरण सेवक है। हिमालय संतरी है। कैलाश इसके सिर का मुकुट है। गंगा और यमुना की मालाएं इसके वक्षस्थल की शोभा है।
प्रश्न 4 - संस्कृति और इतिहास में क्या अंतर है?
उत्तर 4 - देश के पूर्व द्वारा निर्मित और परिपालित जीवन विधि को संस्कृति कहते हैं। स्वदेश में पैदा हुए वीर पुरुषों की जीवन लीला का नाम इतिहास है।
प्रश्न 5 - आर्यवर्त भारतवर्ष और हिंदुस्तान यह नाम इस देश की किन किन वस्तुओं का प्रतिनिधित्व करते हैं?
उत्तर 5 - आर्यावर्त्त इस देश की संस्कृति का प्रतीक है।
भारतवर्ष इस देश के इतिहास का प्रतीक है।
हिंदुस्तान इस देश की भौगोलिक संज्ञा है।
प्रश्न 6 - इस देश का नाम भारत क्यों पड़ा?
उत्तर 6 - सृष्टि के प्रारंभ में इस देश का कुछ भी नाम न था। इस देश के रहने वाले इस देश को जननी जन्मभूमि तथा अपने को आर्य कहते थे। 'आर्य' शब्द का अर्थ है आस्तिक, श्रेष्ठ, गुणवान, आचारवान, गतिशील, एक ऐसा व्यक्ति जिसके जीवन का उद्देश्य सत् और असत् का विवेक, सुकर्म-सेवा तथा ब्रह्म ज्ञान की प्राप्ति हो।

कक्षा - छठी पाठ - 16

कक्षा - छठी

पाठ - 16
राम प्रसाद बिस्मिल

प्रश्न 1 - रामप्रसाद का शरीर सहनशील कैसे बन गया था?
उत्तर 1 - रामप्रसाद का शरीर बचपन की मार से बहुत ही कठोर और सहनशील बन गया था।
प्रश्न 2 - 'सत्यार्थ प्रकाश' पढ़ने का रामप्रसाद पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर 2 - सत्यार्थ प्रकाश पढ़कर राम प्रसाद के जीवन का एक नया अध्याय शुरू हुआ। वह सादा जीवन जीने लगे और व्यायाम करने लगे। नित्य प्रति स्वाध्याय भी करते और साधु महात्मा के उपदेश सुनने लगे।
प्रश्न 3 - 'आर्य कुमार सभा' कि बैठकें मैदानों में क्यों लगी?
उत्तर 3 - उचित स्थान न मिलने के कारण आर्य कुमार सभा मैदानों में लगी।
प्रश्न 4 - रामप्रसाद को किस अपराध पर फांसी हुई?
उत्तर 4 - रामप्रसाद को काकोरी रेल डकैती के अपराध में फांसी हुई।
प्रश्न 5 - फांसी घर पहुंचकर राम प्रसाद बिस्मिल ने क्या कहा?
उत्तर 5 - फांसी घर पहुंचकर राम प्रसाद बिस्मिल ने कहा
      "मैं ब्रिटिश साम्राज्य का विनाश चाहता हूं।"

कक्षा - पांचवीं पाठ - 16

कक्षा - पांचवीं

पाठ - 16
पंडित गुरुदत्त विद्यार्थी

प्रश्न 1 - पंडित गुरुदत्त का जन्म कब और कहां हुआ?
उत्तर 1 - पंडित गुरुदत्त का जन्म 26 अप्रैल 1864 में मुल्तान नगर में हुआ था।
प्रश्न 2 - सिद्ध करो कि पंडित गुरुदत्त बचपन से ही मेधावी थे?
उत्तर 2 - विद्यार्थी जीवन में ही इन्होंने नए-नए कीर्तिमान स्थापित किए। सन् 1886 में उन्होंने एम.ए. की परीक्षा दी और उसमें बी.ए. की तरह सर्वप्रथम रहे।
प्रश्न 3 - पंडित गुरुदत्त ने एम.ए. में कौन सा विषय लिया था?
उत्तर 3 - पंडित गुरुदत्त ने एम.ए. में भौतिक विज्ञान लिया था।
प्रश्न 4 - पंडित गुरुदत्त की नास्तिकता कैसे दूर हुई?
उत्तर 4 - स्वामी दयानंद जी की मृत्यु का दृश्य देखकर, उनको मौत का स्वागत करते और हँसते देखकर उनके मन में ईश्वर की सत्ता के प्रति सोया विश्वास जाग उठा।
प्रश्न 5 - पंडित गुरुदत्त डी.ए.वी. की सेवा से अलग क्यों हो गए?
उत्तर 5 - कॉलेज खुल जाने पर उसमें ऋषि की आज्ञा के अनुकूल संस्कृत को प्रमुख स्थान न मिलने के कारण पंडित गुरुदत्त डी.ए.वी. की सेवा से अलग हो गए।
खाली स्थान भरेंं।
1 गुरुदत्त का जन्म ________ नगर में हुआ था। (मुल्तान)
2 गुरुदत्त ने _________ में एम.ए. की परीक्षा दी।  (भौतिक विज्ञान)
3 पं. गुरुदत्त ________ का जन सामान्य में प्रचार-प्रसार करना चाहते थे। (संस्कृत)
4 पं. गुरुदत्त जन्मकाल से ही _______ थे।  (मेधावी)
5 गुरुदत्त की मृत्यु ________ वर्ष की आर्य में हुई।  (छब्बीस)

कक्षा - चौथी पाठ - 16

कक्षा - चौथी

पाठ - 16
महात्मा बुद्ध

प्रश्न 1 - महात्मा बुद्ध के बचपन का क्या नाम था?
उत्तर 1 - महात्मा बुद्ध के बचपन का नाम सिद्धार्थ था।
प्रश्न 2 - महात्मा बुद्ध के माता-पिता का क्या नाम था।
उत्तर 2 - महात्मा बुद्ध के पिता का नाम शुद्धोधन तथा माता का नाम माया देवी था।
प्रश्न 3 - सिद्धार्थ की वैराग्य भावना किन कारणों से बढ़ी।
उत्तर 3 - जीवन के अनेक पड़ाव को देखकर सिद्धार्थ की वैराग्य भावना बढ़ी।
प्रश्न 4 - वैशाख पूर्णिमा का बौद्ध मत में क्या महत्व है?
उत्तर 4 - महात्मा बुद्ध कोक जन्म, बोध की प्राप्ति एवं उनको निर्वाण की प्राप्ति वैशाख पूर्णिमा को ही हुई थी।
प्रश्न 5 - बौद्ध धर्म के अनुयायियों को कौन सी प्रतिज्ञा करनी होती है?
उत्तर 5 - मैं धर्म की शरण में जाता हूं।
मैं बौद्ध की शरण में जाता हूं।
मैं संघ की शरण में चाहता हूं।
प्रश्न 6 - बौद्ध मत के सिद्धांत या शिक्षा पर दो-तीन वाक्य लिखिए।
उत्तर 6 - बौद्ध मत के अनुसार संसार दु:खमय है। मानव जीवन का मुख्य उद्देश्य मोक्ष की प्राप्ति है तथा जीव हत्या महापाप है।
खाली स्थान भरो -
1 महात्मा बुध के बचपन का नाम _______ था। (सिद्धार्थ)
2 ________ द्वारा पाले जाने के कारण महात्मा बुद्ध का नाम गौतम पड़ा। (गौतमी)
3 महात्मा बुद्ध की पत्नी का नाम _______ था। (यशोदा)
4 गौतम को तीसरा धक्का तब लगा, जब उन्होंने _________ को देखा। (आरथी)
5 _______ के चेहरे पर तेज़ था। (सन्यासी)
6 बौद्धमत के अनुसार संसार ________ है। (दुःखमय)
7 मानव जीवन का उद्देश्य ________ प्राप्ति है। (मोक्ष)

कक्षा - तीसरी पाठ - 16

कक्षा - तीसरी

पाठ - 16
प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1 - वेद क्या है?
उत्तर 1 - वेद ज्ञान का संग्रह है।
प्रश्न 2 - वेद कब बने?
उत्तर 2 - वेद का प्रकाश सृष्टि के प्रारंभ में हुआ।
प्रश्न 3 - वेद का प्रकाश किसने किया?
उत्तर 3 - वेद का प्रकाश परमात्मा द्वारा चार विषयों के हृदय में किया गया।
ऋग्वेद का प्रकार अग्नि ऋषि के हृदय में हुआ था।
यजुर्वेद का प्रकाश वायु ऋषि के हृदय में हुआ था।
सामवेद का प्रकाश आदित्य ऋषि के हृदय में हुआ था।
अथर्ववेद का प्रकाश अंगिरा ऋषि के हृदय में हुआ था।
प्रश्न 4 - वैदिक धर्म किसे कहते हैं?
उत्तर 4 - वेदों में बताए गए सनातन अर्थात् सदा रहने वाले धर्म को वैदिक धर्म कहते हैं।
प्रश्न 5 - संध्या कब करनी चाहिए?
उत्तर 5 - प्रातः काल सूर्योदय के समय तथा सायंकाल सूर्यास्त के समय सन्ध्या करनी चाहिए।
प्रश्न 6 - गुरु कितने और कौन-कौन होते हैं?
उत्तर 6 - गुरु तीन होती है -
1 माता
2 पिता
3 अध्यापक
प्रश्न 7 - किस का आदर करना चाहिए?
उत्तर 7 - माता, पिता, अध्यापक तथा अन्य सभी बड़े लोगों का आदर करना चाहिए।
प्रश्न 8 - कौन-कौन से लोग बड़े होते हैं?
उत्तर 8 - बड़े लोग तीन प्रकार के होते हैं -
1 आयु में बड़े।
2  अनुभव से बड़े।
3 ज्ञान से बड़ी।
प्रश्न 9 - बड़ों का आदर करने तथा उनकी आज्ञा का पालन करने से क्या प्राप्त होता है?
उत्तर 9 - बड़ों का आदर करने तथा उनकी आज्ञा का पालन करने से चार चीज़ों की वृद्धि होती है।
1 आयु 
2 विद्या
3 यश
4 बल
प्रश्न 10 - पुरुषार्थ कितने और कौन-कौन से हैं?
उत्तर 10 - पुरुषार्थ (व्यक्ति के लक्षण) चार है -
धर्म अर्थ काम और मोक्ष।

Thursday, November 19, 2020

कक्षा - आठवीं पाठ - 15

कक्षा - आठवीं

पाठ - 15
आर्य समाज के नियम

प्रश्न 1 - आर्य समाज के अंतिम चार नियम क्रमानुसार लिखिए।
उत्तर 1 - i) सबसे प्रीतिपूर्वक धर्मानुसार यथायोग्य वर्तना चाहिए।
ii)  अविद्या का नाश और विद्या वृद्धि करनी चाहिए ।
iii)  प्रत्येक को अपनी उन्नति में संतुष्ट न रहना चाहिए किंतु सबकी उन्नति में अपनी उन्नति समझनी चाहिए।
iv)  सब मनुष्यों को सामाजिक, सर्वहितकारी नियम पालने में परतंत्र रहना चाहिए और प्रत्येक हितकारी नियम में सब स्वतंत्र रहें।
प्रश्न 2 - सातवें नियम के अनुसार अन्य लोगों के साथ हमारा व्यवहार कैसा होना चाहिए? संक्षेप में वर्णन करें।
उत्तर 2 - हमारा व्यवहार समाज के अन्य सभी लोगों के साथ प्रीति पूर्वक होना चाहिए। हमें सब के साथ प्यार से बोलना चाहिए। किसी के साथ कड़वा या कठोर व्यवहार नहीं करना चाहिए। प्रीतिपूर्वक होने के साथ-साथ धर्म के अनुसार भी होना चाहिए। धर्मानुसार व्यवहार करके ही हम शत्रु या नीच को रास्ते पर ला सकते हैं। हमारा व्यवहार यथायोग्य होना चाहिए अर्थात् सभी से एक समान व्यवहार नहीं हो सकता। हमारा व्यवहार काफी हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि दूसरा व्यक्ति किस प्रकार का व्यक्ति है और हमारे साथ कैसा व्यवहार कर रहा है?
प्रश्न 3 - विद्या और अविद्या से आप क्या समझते हैं आर्य समाज ने अविद्या के नाश के लिए क्या किया?
उत्तर 3 - विद्या का अर्थ किसी वस्तु का यथार्थ अर्थात् ठीक-ठाक ज्ञान है। वास्तविकता के विपरीत ज्ञान को अविद्या कहते हैं, जैसे रस्सी को सांप समझना, झूठ को सच समझना, अपने को पराया समझना, यह अविद्या तथा अज्ञान है अंधविश्वास या किसी भी बात पर बिना सोचे समझे विश्वास कर लेना भी अविद्या है। आर्य समाज ने कुछ अंधविश्वासों जैसे - सती प्रथा, विधवा विवाह  न होना, छुआछूत और बाल विवाह आदि का को समाप्त करने के लिए बहुत प्रयास किया है।
प्रश्न 4 - अपनी उन्नति के साथ-साथ दूसरों की उन्नति का ध्यान रखने के लिए क्या करना चाहिए?
उत्तर 4 - अपनी की उन्नति में संतुष्ट न करें। हमें यह भी देखना चाहिए कि हमारे आसपास रहने वालों या कार्य करने वाले अन्य व्यक्तियों की भी समान रूप से उन्नति हो। दूसरे शब्दों में, यह भी कहा जा सकता है कि हमें कोई भी कार्य करने से पहले यह सोच लेना चाहिए कि हमारी इस कार्य से हमारे आसपास रहने वाले अन्य लोगों पर इसका कोई गलत प्रभाव तो नहीं होगा। हमारे कार्यों से हमारे साथ-साथ अन्य लोगों की भी उन्नति होनी चाहिए। उन्नति का अर्थ है - शारीरिक, आर्थिक, सामाजिक, धार्मिक और आत्मिक उन्नति। हमारा कर्तव्य कि हम इस बात का ध्यान रखें कि हमारे हमारा प्रत्येक कार्य हमारे तथा हमारे संपर्क में आने वाले सभी लोगों को शारीरिक, आर्थिक, आत्मिक, सामाजिक और धार्मिक उन्नति में सहायक हो बाधक नहीं। हमारी उन्नति समाज देश और मानव मात्र की उन्नति का अंग हो तभी संसार में सच्चा सुख होगा।
प्रश्न 5 - आर्य समाज का दसवां नियम सामाजिक व्यवस्था को दृढ़ करने में कैसे सहायक है?
उत्तर 5 - आर्य समाज का दसवां नियम सामाजिक व्यवस्था को दृढ़ करने में सहायक है। यह बात अग्रलिखित उदाहरण से स्पष्ट होती है - आप किसी हितकारी कार्य के लिए दान देना चाहते हैं, तो आप स्वतंत्र हैं जैसे किसी औषधालय, विद्यालय या अनाथालय जैसी संस्थाओं में दान देने के लिए हर व्यक्ति स्वतंत्र है। परन्तु देशद्रोही को सहायता देने के लिए आप स्वतंत्र नहीं। यानी जिस कार्य को करने से दूसरों को हानि न हो, वहां आप स्वतंत्र हैं। परंतु हमारे जिस कार्य से समाज या राष्ट्र को हानि हो, वहां हम स्वतंत्र नहीं। इसलिए इस नियम का पूर्ण रुप से पालन करने पर सामाजिक व्यवस्था दृढ़ होगी।

कक्षा - सातवीं पाठ - 15

कक्षा - सातवीं

पाठ - 15
उद्बोधन

प्रश्न 1 - दुनिया का अंधेरा दूर करने के लिए हमें क्या करना होगा?
उत्तर 1 - दुनिया का अंधेरा दूर करने के लिए वेद ज्ञान की रोशनी करनी होगी।
प्रश्न 2 - पर्वत द्वारा रास्ता रोके जाने पर दयानंद के सैनिक क्या करेंगे?
उत्तर 2 - पर्वत द्वारा रास्ता रोके जाने पर दयानंद के सैनिक उसे ठोकर मार कर गिरा देंगे औकात अर्थात हर मुश्किल का सामना डटकर करेंगे।
प्रश्न 3 - धर्म पर जान लुटाने वाले किन्हीं दो के नाम बताओ।
उत्तर 3 - स्वामी श्रद्धानंद, पंडित लेखराम और महात्मा हंसराज।

कक्षा - पांचवीं पाठ - 15

कक्षा - पांचवीं

पाठ - 15
स्वामी विरजानंद सरस्वती

प्रश्न 1 - विरजानन्द जी का बचपन का नाम क्या था? वे नेत्रहीन कैसे हो गए थे?
उत्तर 1 - विरजानन्द जी के बचपन का नाम बृजलाल था चेचक रोग के कारण नेत्रहीन हो गए थे।
प्रश्न 2 - विरजानन्द जी ने गृह त्याग किस आयु में और क्यों किया?
उत्तर 2 - विरजानन्द जी ने गृह त्याग बारह (12) वर्ष की आयु में भाई और भाभी के तिरस्कार पूर्ण व्यवहार से तंग आकर किया।
प्रश्न 3 - बृजलाल ने ऋषिकेश क्यों छोड़ा? उन्हें संन्यास की दीक्षा किसने दी?
उत्तर 3 - सहसा एक रात स्वप्न में उन्हें सुना, "बृजलाल! तुमने यहां जो कुछ प्राप्त करना था, कर लिया। अब तुम यहाँँ से प्रस्थान करो।" ऋषिकेश से चलकर कनखल गए। वहां आकर उन्होंने दण्डी स्वामी पूर्णानन्द सरस्वती जी से दीक्षा ली।
प्रश्न 4 - विरजानन्द जी ने अलवर के राजा को पढ़ाना क्यों बंद कर दिया?
उत्तर 4 - एक दिन राजा राग-रंग में पढ़ने की बात भूल गएऔर स्वामी विरजानन्द जी अलवर को छोड़ दिया।
प्रश्न 5 - ऋषि ग्रंथ पढ़ते समय विरजानन्द जी उच्चासन पर क्यों नहीं बैठते थे?
उत्तर 5 - स्वामी विरजानन्द पुरातन ऋषि भक्त थे। वेद ऋषि ग्रंथ पढ़ाते समय उनके अपमान के भय से उच्च आसन पर नहीं बैठे थे।
प्रश्न 6 - स्वामी दयानंद ने विरजानंद जी से कितने वर्ष तक विद्या ग्रहण की थी?
उत्तर 6 - स्वामी दयानंद जी ने स्वामी विरजानंद जी से तीन वर्ष तक विद्या ग्रहण की थी।
प्रश्न 7 - गुरु दक्षिणा के रूप में विरजानन्द ने दयानंद से क्या प्रतिज्ञा करवाई?
उत्तर 7 - स्वामी विरजानंद जी ने गुरु दक्षिणा के रूप में उनसे (स्वामी दयानन्द से) आर्य धर्म के प्रचार में अपना सर्वस्व अर्पित करने की प्रतिज्ञा करवाई।
सही गलत लिखें।
1 स्वामी विरजानंद उच्च कोटि के संन्यासी थे।       सही
2 चेचक रोग से विरजानन्द की आंखें जाती रही।       सही
3  स्वामी जी ने बीस वर्ष की आयु में घर छोड़ा।       गलत
4 स्वामी विरजानंद पुरातन ऋषियों के भक्त थे।       सही
5 स्वामी विरजानंद वीणा बजाने में निपुण थे।       सही

कक्षा - छठी पाठ -15

कक्षा - छठी

पाठ - 15
श्यामजी कृष्ण वर्मा

प्रश्न 1 - श्यामजी कृष्ण वर्मा कौन थे?
उत्तर 1 - श्यामजी कृष्ण वर्मा उन कट्टर देशभक्तों में से थे जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए देश से बाहर रहकर काम किया।
प्रश्न 2 - श्यामजी कृष्ण वर्मा का जन्म कब और कहां हुआ?
उत्तर 2 - श्यामजी कृष्ण वर्मा का जन्म 4 अक्टूबर 1857 में गुजरात के कच्छ जिले के माण्डवी ग्राम में हुआ।
प्रश्न 3 - श्यामजी कृष्ण वर्मा की शिक्षा कितनी और कहां हुई?
उत्तर 3 - श्यामजी कृष्ण वर्मा ने वकालत की शिक्षा इंग्लैंड से प्राप्त की।
प्रश्न 4 - श्यामजी कृष्ण वर्मा किस से प्रभावित हुए और इस प्रभाव का उनके जीवन में क्या परिणाम हुआ?
उत्तर 4 - श्यामजी कृष्ण वर्मा स्वामी दयानंद जी से बहुत प्रभावित हुए और बम्बई आर्य समाज के प्रथम अध्यक्ष बने।
प्रश्न 5 - इंग्लैंड में श्यामजी कृष्ण वर्मा किस प्रकार की गतिविधियां की?
उत्तर 5 - श्यामजी कृष्ण वर्मा ने एक मासिक 'इंडियन सोश्योलोजिस्ट' का प्रकाशन आरम्भ किया, जो क्रांतिकारी विचारों का एक माध्यम बन गया। इन्होंने 1905 में 'इंडियन होम रूल सोसायटी' की स्थापना की तथा इंग्लैंड की यात्रा करने वाले भारतीयों की सहायता के लिए लंदन में 'इंडियन हाउस' की स्थापना की।
प्रश्न 6 - श्यामजी कृष्ण वर्मा को इंग्लैंड क्यों छोड़ना पड़ा वे वहां से कहां गए?
उत्तर 6 - श्यामजी कृष्ण वर्मा को राजनीतिक गतिविधियों के कारण इंग्लैंड छोड़ना पड़ा। वहां से वे पेरिस और स्विट्जरलैंड में जेनेवा गए।

कक्षा - चौथी पाठ - 15

कक्षा - चौथी

पाठ - 15
महावीर स्वामी

प्रश्न 1 - महावीर स्वामी कौन से तीर्थंकर थे।
उत्तर 1 - महावीर स्वामी 24वें तीर्थंकर थे।
प्रश्न 2 - महावीर स्वामी का बचपन का नाम क्या था तथा उनके जन्म कहां हुआ?
उत्तर 2 - महावीर स्वामी के बचपन का नाम वर्धमान था तथा इनका जन्म कुण्डग्राम में हुआ।
प्रश्न 3 - महावीर स्वामी के माता-पिता का नाम बताएं।
उत्तर 3 - महावीर स्वामी की माता का नाम त्रिशला तथा पिता का नाम सिद्धार्थ था।
प्रश्न 4 - महावीर स्वामी की जन्म तिथि क्या है?
उत्तर 4 - महावीर स्वामी की जन्म तिथि चैत्र शुक्ला त्रयोदशी है।
प्रश्न 5 - वैरागी होते हुए भी महावीर स्वामी अनेक वर्षों तक घर क्यों न छोड़ सके?
उत्तर 5 - वैरागी होते हुए भी महावीर स्वामी मां और भाई के कहने पर करना छोड़ सके।
प्रश्न 6 - महावीर स्वामी के जीवन से हमें क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर 6 - महावीर स्वामी के जीवन से हमें सत्य निष्ठा, अहिंसा की साधना और व्यवहार में शुद्धता को अपनाने की शिक्षा मिलती है।
सही गलत लिखें -
1 महावीर स्वामी जैन मत के प्रवर्तक हैं।   सही
2 महावीर स्वामी हिंसा में विश्वास रखते थे।      गलत
3 महावीर स्वामी के बचपन का नाम सिद्धार्थ था।     गलत
4 महापुरुषों की संगति साधारण व्यक्तियों के जीवन को भी चमका देती है।     सही
5  महावीर का अधिकत्तर समय उपवास, साधना, ध्यान में व्यतीत होता था।    सही
6 वर्धमान की पत्नी का नाम सुदर्शना था।    सही
7 पिता ने महावीर को घर से निकाल दिया था।    गलत

कक्षा - तीसरी पाठ - 15

कक्षा - तीसरी

पाठ - 15
संकल्प

प्रश्न 1 - हजार काम छोड़कर क्या करना चाहिए।
उत्तर 1 - हजार काम छोड़कर भगवान का भजन करना चाहिए।
प्रश्न 2 - अध्यापकों तथा अन्य बड़े लोगों को नमस्ते कब कहना चाहिए?
उत्तर 2 - दिन में पहले पहल मिलते ही अध्यापकों और बड़ों को नमस्ते करनी चाहिए।
प्रश्न 3 - किस के लिए भूल से अनुचित शब्द निकल जाने पर क्या करना चाहिए।
उत्तर 3 - क्षमा मांग लेनी चाहिए।
प्रश्न 4 - किन बुराइयों से बचने का प्रयत्न करना चाहिए।
उत्तर 4 - ईर्ष्या, द्वेष, क्रोध, लोभ आदि बुराइयों से बचने का प्रयत्न करना चाहिए।
प्रश्न 5 - अपनी किस चीज को नहीं छुपाना चाहिए।
उत्तर 5 - अपनी गलतियों को छुपाना नहीं चाहिए।

Tuesday, November 10, 2020

कक्षा - तीसरी पाठ - 14

कक्षा - तीसरी

पाठ - 14
भजन

प्रश्न 1 - भक्त भगवान की पूजा के लिए घंटी बजाना क्यों नहीं
उत्तर 1 - क्योंकि वह भगवान को शर्मिंदा नहीं करना चाहता।
प्रश्न 2 - भक्त भगवान की मूर्ति पर फल चढ़ाने में क्यों हिचकिचाता है?
उत्तर 2 - क्योंकि भगवान सब जगह मौजूद है।
प्रश्न 3 - भगवान को भोग लगाने से भक्त का अपमान किस तरह होता है?
उत्तर 3 - क्योंकि भगवान सब को खिलाने वाला है।
प्रश्न 4 - भक्त भगवान को चंदन क्यों नहीं लगा पाता?
उत्तर 4 - क्योंकि भगवान का कोई आकार ही नहीं है।
प्रश्न 5 - क्या तुम भगवान को रिझाने के लिए उसकी मूर्ति के आगे घंटी बजाना मूर्ति पर फल चढ़ाना चंदन और भोग लगाना दीपक दिखाना ठीक समझते हो?
उत्तर 5 - नही।

कक्षा - आठवीं पाठ - 14

कक्षा - आठवीं

पाठ - 14
किस दर जाऊं मैं

प्रश्न 1 - भक्त भगवान के दर को छोड़कर किसी अन्य के दर पर जाना क्यों पसंद नहीं करता?
उत्तर 1 - भक्त किसी अन्य के दर पर जाना पसंद नहीं करता क्योंकि भगवान के सिवा भक्त का कोई और सुनने वाला नहीं है।
प्रश्न 2 - भगवान की याद भुलाने का क्या परिणाम हुआ?
उत्तर 2 - भगवान की याद भुलाने से भक्त अनेक पाप कर्म कर बैठा और उसे लाखों कष्ट उठाने पड़े।
प्रश्न 3 - भक्त भगवान से क्यों शर्म महसूस करता है?
उत्तर 3 - भक्त भगवान से शर्म महसूस करता है क्योंकि उसे भगवान की याद भुलाकर अपने जीवन में बहुत से पाप कर्म किए हैं।
प्रश्न 4 - भगवान से मिलने में भक्त को कौन रुकावट पैदा करते हैं?
उत्तर 4 - भगवान से मिलने में भक्त पाप कर्म रुकावट पैदा करते हैं।
प्रश्न 5 - भक्तों के होश में आने का क्या उपाय है?
उत्तर 5 - भक्तों के होश में आने का उपाय ज्ञान का छींटा है।
प्रश्न 6 - भक्त किसका जीवन सफल बनाना चाहता है?
उत्तर 6 - भक्त देश का जीवन सफल बनाना चाहता है।

कक्षा - पाचवीं पाठ - 14

कक्षा - पांचवीं

पाठ - 14
शरणागति

प्रश्न 1 - भक्त-पतितपावन प्रभु से क्या मांग रहा है?
उत्तर 1 - भक्त-पतितपावन प्रभु से आसरा मांग रहा है।
प्रश्न 2 - आत्मा पर कैसा मल चढ़ा है?
उत्तर 2 - आत्मा पर पापकर्मों का मल चढ़ा है।
प्रश्न 3 - भक्त क्या पाने के लिए तरसता है?
उत्तर 3 - भक्त मुक्ति पाने के लिए तरसता है।
प्रश्न 4 - भक्तों ने किन-किन बातों में अपनी बलहीनता प्रकट की है?
उत्तर 4 - भक्त ने विद्या, बुद्धि और भक्ति में अपनी बलहीनता प्रकट की है।
प्रश्न 5 - भक्त ने केवल भगवान की ही शरण क्यों ली है?
उत्तर 5 - क्योंकि भगवान के बिना भक्त का कोई और सहारा नहीं है।
सही गलत लिखें।
1 भक्त का भगवान के बिना कोई और सहारा नहीं है।    सही
2 भक्त बहुत बुद्धिमान है।                                          गलत
3 भक्त मुक्ति पाने के लिए को तरसता है।                     सही
4 भक्त अपने पिता से प्रार्थना कर रहा है।                     गलत