Saturday, November 21, 2020

कक्षा - आठवीं पाठ - 16

कक्षा - आठवीं

पाठ - 16
सत्यार्थ प्रकाश

प्रश्न 1 - ईश्वर के कोई पांच नाम बता कर उनकी व्याख्या कीजिए।
उत्तर 1 - i) विराट : जो बहु प्रकार की जगत् को प्रकाशित करता है।
ii)  अग्नि : जो ज्ञानस्वरूप, सर्वज्ञ और पूजा करने योग्य है।
iii) मित्र : जो सबका मित्र है, सबसे स्नेह करता है।
iv) बृहस्पति : बड़ों से बड़ा एवं अकाश तथा ब्रह्मांड का स्वामी।
v) विष्णु : चर और अचर जगत् में व्यापक।
vi) शिव : सबका कल्याण करने वाला।
vii) यम : सब प्राणियों को कर्मों के अनुसार फल देने वाला।
viii) ब्रह्मा : संपूर्ण जगत् को रचने वाला।
प्रश्न 2 - स्वामी दयानंद ने बच्चे का परम गुरु किसे माना है?
उत्तर 2 - स्वामी दयानंद ने बच्चे का परम गुरु माता को माना है।
प्रश्न 3 - स्वामी जी के अनुसार माता-पिता का अपने बच्चों के प्रति परम कर्तव्य क्या है?
उत्तर 3 - स्वामी जी के अनुसार पांच वर्ष की आयु तक माता को ही बच्चे को शिक्षित करना चाहिए। माता का अर्थ है निर्माण करने वाली। माता को बालक के स्वास्थ्य, चरित्र निर्माण की ओर पूरा ध्यान देना चाहिए। छह से आठ वर्ष की आयु तक बालक को पिता से शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए। पिता का कर्तव्य है कि वह बालक को शिष्टाचार की शिक्षा दें।
प्रश्न 4 - स्वामी दयानंद के अनुसार कोई देश सौभाग्यवान कैसे बन सकता है?
उत्तर 4 - जिस देश में यथायोग्य ब्रह्मचर्य, विद्या और वेदों के धर्म का प्रचार होता हो। वही देश सौभाग्यवान बन सकता है।
प्रश्न 5 - वर्ण व्यवस्था का आधार क्या होना चाहिए?
उत्तर 5 - वर्ण व्यवस्था भी गुण, कर्म तथा स्वभाव के आधार पर की जानी चाहिए, जन्म के आधार पर नहीं। किसी भी व्यक्ति को उसके जन्म के आधार पर नहीं बल्कि कर्मों के आधार पर ब्राह्मण या क्षत्रियआदि कहा जाना चाहिए।
प्रश्न 6 - चारों आश्रमों के नाम लिखें
उत्तर 6 - चारों आश्रमों के नाम निम्नलिखित है
ब्रह्मचर्य आश्रम
गृहस्थ आश्रम
वानप्रस्थ आश्रम
संन्यास आश्रम
प्रश्न 7 - एक अच्छे राजा में क्या-क्या गुण आवश्यक है?
उत्तर 7 - राजा का जीवन आदर्श होना चाहिए। उसमें कोई भी बुराई या दुर्गुण नहीं होना चाहिए। राजा को प्रजा के साथ पूरा न्याय करना चाहिए तथा न्याय करते समय पक्षपात नहीं करना चाहिए। अपराधी को कड़े से कड़ा दंड मिलना चाहिए। राज, शासन और दंड तीनों एक साथ रहते हैं।
प्रश्न 8 - सृष्टि की रचना को कितने वर्ष हो गए हैं?
उत्तर 8 - सृष्टि को उत्पन्न हुए एक अरब, छियानवे करोड़, आठ लाख, तिरपन हजार वर्ष (1,96,08,53,000 वर्ष) हो गए हैं।
प्रश्न 9 - स्वराज्य के विषय में स्वामी दयानंद के क्या विचार हैं?
उत्तर 9 - स्वामी जी के अनुसार कोई भी विदेशी राज्य चाहे कितना भी अच्छा क्यों ना हो, स्वदेशी राज्य के समान नहीं हो सकता। विदेशी राज्य में कोई भी सुखी नहीं रह सकता।
प्रश्न 10 - सत्यार्थ प्रकाश की अंतिम चार समुल्लास में क्या बताया गया है?
उत्तर 10 - ग्यारहवें, बारहवें, तेरहवें और चौदहवें समुल्लास में स्वामी जी हिंदू मत, बौद्ध एवं जैन मत, ईसाई मत और इस्लाम मत के जो अंधविश्वास है, उनकी सबकी समालोचना की है।
प्रश्न 11 - मनुष्य का मुख्य कर्तव्य क्या है?
उत्तर 11 - जिस-जिस कर्म से जगत का उपकार हो, वह-वह कर्म करना और हानिकारक कर्मों को छोड़ देना ही मनुष्य का मुख्य कर्तव्य है।
प्रश्न 12 - स्वामी दयानंद ने सत्यार्थ प्रकाश की रचना क्यों की?
उत्तर 12 - स्वामी दयानंद ने सत्यार्थ प्रकाश की रचना का मुख्य प्रयोजन सत्य-सत्य के अर्थ का प्रकाश करना। उन्होंने विश्व सेअज्ञान, अधर्म, असत्य को मिटाने के उद्देश्य को समक्ष रखा। परंतु उनका मुख्य उद्देश्य दूसरों को चोट पहुंचाना नहीं था। वह तो सत्य और असत्य की विवेचना करने करके सबका सत्य और ज्ञान से परिचय कराना चाहते थे।

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