Monday, November 2, 2020

कक्षा - सातवीं पाठ - 13

कक्षा - सातवीं

पाठ - 13
स्वामी दर्शनानंद

प्रश्न 1 - स्वामी दर्शनानंद का बचपन का नाम क्या था?
उत्तर 1 - स्वामी दयानंद के बचपन का नाम कृपाराम था।
प्रश्न 2 - स्वामी दयानंद के व्याख्यानों का कृपाराम पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर 2 - स्वामी दयानंद के व्याख्यानों से प्रभावित होकर कृपाराम हरिद्वार आदि स्थानों पर घूम-घूम कर वैदिक धर्म का प्रचार करने लगे। स्वामी दयानंद के संपर्क में आने से पहले वे अद्वैत वेदांती थे, किंतु अब ईश्वर, जीव और प्रकृति तीनों को मानने लगे थे।
प्रश्न 3 - महर्षि दयानंद का निर्माण होने पर इन्होंने ऋषि-ऋण चुकाने के लिए क्या किया?
उत्तर 3 - महर्षि दयानंद के निर्माण हुआ तो इन्होंने ऋषि-ऋण चुकाने के लिए स्वामी जी द्वारा रचित कुछ ग्रंथों की सैकड़ों प्रतियां पाठकों में बांट दी।
प्रश्न 4 - मुसलमानों और ईसाइयों आदि से शास्त्रार्थ करने की उन्हें बड़ी धुन थी, इसका पता कैसे चलता है?
उत्तर 4 - धार्मिक विषयों पर शास्त्रार्थ करने की इन्हें इतनी धुन थी कि अंतिम दिनों में रुग्णशैया पर पड़े हुए भी ये वहां अपनी चारपाई ले जाने का आग्रह करते थे और विपक्षियों को परास्त करते थे। अपनी मृत्यु से छह  घंटे पहले तक इन्होंने शास्त्रार्थ किए। मरते समय इन्होंने ज्वालादत्त पादरी को संदेश भिजा कि, "तुम्हें वैदिक धर्म पर यदि कोई शंका है तो समाधान कर लो। दर्शनानंद जा रहा है फिर ना कहना।"
प्रश्न 5 - स्वामी दर्शनानन्द का साहित्य किस नाम से प्रकाशित हुआ?
उत्तर 5 - स्वामी दर्शनानन्द का साहित्य 'दर्शनानंद ग्रंथ संग्रह' नाम से प्रकाशित हुआ।

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